उपायुक्त ने तहसील का औचक निरीक्षण करते हुए कर्मचारियों को लगाई फटकार
-खिडक़ी पर आवेदकों की करें प्राथमिकता से सुनवाई, बैक डोर सेवाएं स्वीकार्य नहीं
– विभिन्न रजिस्ट्रीयों व दस्तावेजों की जांच के लिए उपायुक्त ने किया कमेटी का गठन
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त ललित सिवाच ने सोनीपत तहसील का औचक निरीक्षण करते हुए कुछ कर्मचारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि खिड़कियों पर आवेदन करने वाले आम जनमानस की सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर करें। बैक डोर से अपने सगे-संबंधी अथवा मित्रजन को सेवाएं देना स्वीकार्य नहीं है। किसी को भी दरवाजा खोलकर अंदर आने की अनुमति न दें। सभी कार्य पूर्ण पारदर्शिता के साथ करें। औचक निरीक्षण की शुरुआत उपायुक्त ने विभिन्न प्रकार के प्रमाणपत्र जारी करने वाले कक्ष से की, जिसमें कर्मचारियों के अलावा कुछ लोगों की मौजूद भीड़ पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई।
उन्होंने निर्देश दिए कि खिडक़ी के बाहर से ही आवेदकों के कार्य करें। आगे बढ़ते हुए उपायुक्त ने रजिस्ट्री क्लर्क से आज का पूर्ण ब्यौरा मांगा। साथ ही उन्होंने रजिस्ट्रीयों की जांच भी करवाई। उन्होंने तहसीलदार को भी निर्देश दिए कि वे विभिन्न प्रकार की रजिस्ट्रीयों की पूर्ण जानकारी प्रेषित करें। उपायुक्त ने हाल ही में की गई रजिस्ट्रीयों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन भी किया, जिसमें जिला नगर योजनाकार व जिला राजस्व अधिकारी सहित नगर निगम व एसडीएम कार्यालय के प्रतिनिधियों सहित नगर पालिका कुंडली के सचिव तथा स्टांप ऑडिटर को शामिल किया गया।
उन्होंने निर्देश दिए कि अप्रैल, मई तथा जून माह में 7-ए की रजिस्ट्री, जीपीए, हिबानामा, रजिस्टर्ड एग्रीमेंट, 47-ए के सभी दस्तावेजों की गंभीरता से पूर्ण जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने लंबित रजिस्ट्रीयों का भी ब्यौरा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि किसी भी क्षेत्र में अवैध रूप से कालोनी विकसित नहीं होनी चाहिए। एक-दो एकड़ भूमि में अवैध कालोनी विकसित किये जाने की शिकायतें मिल रही हैं। अवैध कालोनी विकसित किये जाने की शिकायतों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाए।