देवेन्द्र बतरा, जींद। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ संबंधित हरियाणा राज्य कर्मचारी संघ एंवम भारतीय मजदूर संघ की जिला कमेटी के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग में एमजे सोलंकी आउटसोर्सिंग कंपनी की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ व कर्मचारियों के हटाने के विरोध में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष अनिश्चित कालीन धरना छठे दिन भी जारी रहा। पूर्व निधार्रित कार्यक्रम के अंतर्गत कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए विधायक जींद कृष्ण मिढ़ा के निवास पर पहुंच कर विधायक को 31 मई को हुए समझौते को लागू करने व सभी बर्ख़ास्त कर्मचारियों को बहाल करने के लिए ज्ञापन दिया।
प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ कर्मवीर सिंह संधू ने की व मंच संचालन आउटसोर्सिंग प्रभारी सोनू बूरा ने किया। संघ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला अध्यक्ष आर्य कुलदीप, हरियाणा राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को कर्मवीर संधू जिला अध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ, आउटसोर्सिंग प्रदेश प्रभारी मनीष कुमार, मुकेश भट्ट जिलाध्यक्ष हरियाणा पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ, हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश गौतम, जिला महामंत्री नितिन खर्ब, भवन निर्माण कामगार संघ के जिला अध्यक्ष राममेहर जांगड़ा, कृष्ण लाल सुगरमिल कर्मचारी संघ ने प्रमुख रूप से सम्बोधित किया।
विधायक आवास पर मौजूद मीडिया को हरियाणा राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा ने बताया कि राजस्थान में इस कंपनी के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो चुका है। भ्रष्टाचार के आरोप में इस कंपनी के कई कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसलिए आज ज्ञापन के माध्यम से विधायक से अनुशंसा करने की अपील की गई कि ऐसी भ्रष्टाचारी कंपनी को हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग से ब्लैक लिस्ट किया जाए। इसे दिया गया टेंडर रद्द करवाया जाए तथा 31 मई को हरियाणा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की जिला कमेटी एमजे सोलंकी गुडगाव के बीच भारतीय मजदूर संघ जींद के नेतृत्व व सिविल सर्जन वह विधायक जींद डॉक्टर कृष्ण मिड्डा की उपस्थित में कर्मचारियों की मांगों को लेकर लिखित समझौता होने के बावजूद कम्पनी व अधिकारी मनमानी तरीके से कर्मचारियों को हटाने का काम कर रहे है।
जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण संघ की सफीदों इकाई के अध्यक्ष विकाश कुमार सहित कई कर्मचारियों को हटाना व स्वास्थ्य विभाग द्वारा समझौते की सभी शर्तों को दरकिनार करते हुए भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का काम किया जा रहा है। जब 31 मई को सिविल सर्जन कार्यलय में हुई सयुंक्त बैठक में हुए लिखित समझौते को लागू नहीं किया जाता तब तक सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष ठेका प्रथा कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। आज के धरने व प्रदर्शन को शीतल खरकरामजी, संदीप कंडेला, अमित कालवा, रविन्द्र जुलाना, रमेश अलेवा, सोनू बुरा उचाना, ओमबीर नरवाणा, आर्य बलिंद्र उझाना, दीपक सफीदों, संजय मुआना आदि ने सम्बोधित किया।