- तीन लोस व 30 विस सीटों पर भी दावा ठोका : सुरेन्द्र वर्मा
- जो राजनैतिक दल पिछडे़ वर्गों की अनदेखी करेगा समाज भी उस दल की अनदेखी करने से पीछे नहीं हटेगा
- पिछडे़ वर्गों के प्रबुद्ध लोगों ने विधायिका एवं न्यायपालिका में अधिकारों को लेकर उठाई आवाज
श्याम वशिष्ठ, जींद। पिछडा़ वर्ग समाज के प्रबुद्ध नागरिकों ने जींद स्थित शहीदी स्मारक हुडा पार्क में बैठक कर हरियाणा में तीन लोकसभा सीटें नामत: सोनीपत, हिसार व कुरूक्षेत्र एवं 30 विधानसभा सीटें बीसी ए को देने का अपना दावा ठोका है और समस्त राजनैतिक दलों से मांग की है कि आबादी के हिसाब से समाज को टिकटें दी जाएं। इसके अलावा राज्य में मुख्यमंत्री अथवा उपमुख्यमंत्री बीसी का बनाने की भी मांग की है। बैठक का एजेण्डा लोक सम्पर्क विभाग के रिटायर्ड डीआईपीआरओ एवं पिछडा़ वर्ग कल्याण महासभा जिला जींद के पूर्व महासचिव सुरेन्द्र वर्मा कोथ ने रखा। इस बैठक की अध्यक्षता पिछडा़ वर्ग कल्याण महासभा जिला जींद के पूर्व प्रभारी सूरत सिंह सैन ने की।
बैठक में पिछडा़ वर्ग कल्याण महासभा के पूर्व वरिष्ठ उपप्रधान सुरेश कुमार दिनोदिया, जयप्रकाश दहिया, सोनू प्रजापति भम्भेवा, सतीश सरोहा, नरेश कुमार ने विशेष तौर से शिरकत की। डीआईपीआरओ रिटायर्ड सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि हरियाणा में पिछडे़ वर्गों की आबादी लगभग 48 प्रतिशत है, जिनमें बीसी ए की 32 प्रतिशत व बीसी बी की 16 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से विशेषकर बीसी ए अभी तक राजनैतिक भागीदारी एवं अधिकारों से वंचित रहा है, इसलिए वंचित पिछडा़ वर्ग समाज ने वर्ष 2024 के चुनाव में हरियाणा में उक्त तीन लोकसभा सीटें एवं प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत तीन-तीन के हिसाब से 30 विधानसभा सीटें बीसी ए को देने की राजनैतिक दलों से मांग की है।
इनमें सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत जींद, सफीदों व गोहाना एवं हिसार लोकसभा क्षेत्र के तहत बरवाला, नलवा व हिसार विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा मजबूत दावेदारी बनती है जो बीसी ए को दी जानी चाहिए। इसी प्रकार कुरूक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत इन्द्री समेत अन्य विधानसभा सीटें बीसी ए को दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर में ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण का प्रावधान है, जिसमें बीसी ए का 16 प्रतिशत व बीसी बी का 11 प्रतिशत शामिल है, परन्तु अभी तक उन्हें हक नहीं मिल पाया है। उन्होंने जनसंख्या अथवा आरक्षण के हिसाब से बीसी ए को लाभ देने की मांग की है।
मीडिया से बातचीत करते हुए पिछडा़ वर्ग कल्याण ट्रस्ट नारनौंद के प्रधान सुरेन्द्र वर्मा कोथ ने कहा कि जो राजनैतिक दल वर्ष 2024 के चुनाव में पिछडा़ वर्ग ए के लोगों को अधिक से अधिक भागीदारी देगा समाज भी उसी का पूर्ण सहयोग व समर्थन करेगा। अबकी बार के चुनाव में पिछडे़ वर्गों की अनदेखी करने वाले राजनैतिक दलों को वोट की चोट के माध्यम से सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय रहते राजनैतिक दल पिछडा़ वर्ग के हितों एवं अधिकारों के मद्देनजर आबादी अथवा आरक्षण के हिसाब से बीसी ए की राजनैतिक एवं अन्य सभी क्षेत्रों में उचित प्रतिनिधित्व व भागीदारी सुनिश्चित करें। इस बैठक में विधायिका एवं न्यायपालिका में पिछडे़ वर्गों के हितों, आरक्षण एवं अधिकारों बारे गहन मंथन किया गया और पिछडा़ वर्ग संगठन को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया।
बैठक में राजनैतिक भागीदारी के साथ ज्यूडिसियरी, क्रीमीलेयर, सरकारी नौकरियों में अधूरे आरक्षण, बैकलॉग, महिला आरक्षण में प्रतिनिधित्व एवं अन्य मुद्दों बारे भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सभी राजनैतिक दल पिछडा़ वर्ग को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते आएं हैं, परन्तु अब बीसी समाज जागरूक चुका है और अपने हकों के लिए आवाज उठाना एवं संघर्ष करना व वोट का सही इस्तेमाल करना भी सीख चुका है। इस मौके पर पिछडा़ वर्ग समाज की आगामी जिला स्तरीय बैठक जींद स्थित शहीदी स्मारक हुडा पार्क में 30 मार्च को दोपहर बाद साढे़ 4 बजे करने का भी निर्णय लिया गया और अधिक से अधिक बीसी के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला में जनसम्पर्क अभियान चलाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया।