तन व मन के स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी
योग को अपनाकर स्वस्थ रहें और जीवन को बेहतर बनाएं
कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत 50 व्यक्तियों की उपस्थिती में मनाया गया योग दिवस कार्यक्रम : उपायुक्त
देवेन्द्र बत्रा, जींद । 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय गोपाल विद्या मंदिर में किया गया। जिला स्तरीय योग कार्यक्रम में जींद के विधायक डॉ कृष्णलाल मिढा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और मां भारती चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर योग कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया, जींद के एसडीएम दलबीर सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी, आयुष विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तथा पंतजली योग पीठ से पंहुचे योग साधक उपस्थित रहे।
विधायक डॉ कृष्णलाल मिढा ने आमजन को सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए योग को अपने जीवन शैली का हिस्सा बनाने को कहा । उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में योग का विशेष महत्व है। यह मानव को सशक्त, शांत और ओजस्वी बनाता है। योग रूपी इस महान धरोहर को पूरी दुनिया ने उत्तम स्वास्थ्य व मन को एकाग्र करने के लिए अपनाया है। योग जीवन का वह दर्शन जो इंसान को उसकी आत्मा से जोड़ता है। योग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में कारगर है, इसलिए आज के इस कोरोना काल में योग की उपयोगिता ओर भी अधिक हो जाती है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ, तनाव मुक्त व अनुशासित जीवन के लिए योग का महत्व आज पूरा विश्व समझ रहा है। योग भारत की प्राचीन अमूल्य विद्या है। इस विद्या को विश्वपटल पर ख्याति दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। आज पूरे भारत में 7 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा योग परिषद द्वारा आमजन की सुविधा के लिए अपने सोशल मीडिया के माध्यम से योग प्रोटोकॉल अभ्यास का सीधा प्रसारण भी किया गया है। उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया ने विधायक का स्वागत करते हुए कहा कि कोविड-19 के मद्दय नजर एसओपी का पालन करते हुए जिला में 50 स्थलों पर योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। सभी कार्यक्रमों में 50 व्यक्तियों की उपस्थिती में ही योग क्रियाएं करवाई गई है। कोरोना महामारी के दौर में योग का महत्व और अधिक बढ जाता है। योग को अपनाकर हम सभी स्वस्थ व निरोग रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में सार्वजनिक रूप से मनाया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना महामारी प्रोटोकॉल के चलते सरकार ने सभी योग केन्द्रों पर 50 व्यक्तियों के साथ योग दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। इसलिए घर पर रहकर योग करें, स्वस्थ रहें व सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व तभी सार्थक होगा जब हम इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाएंगे और नियमित रूप से योग करेंगे। उन्होंने कहा कि योग हमारी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है, जोकि कोरोना जैसी महामारी से लडऩे में सहायक है। योग एक व्यक्ति में शांति के स्तर को बढ़ाता है और उसके आत्मविश्वास को और अधिक बढ़ाने तथा उसे खुश रहने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति एक अस्वस्थ व्यक्ति की तुलना में अधिक काम कर सकता है। आधुनिकता के इस दौर में जीवन तनावपूर्ण बन गया है। सिर्फ एक घंटा योग हर दिन आपके स्वास्थ्य को अच्छा रहने में मदद कर सकता है।