- आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को नौकरी जाने का भय दिखाने से आंदोलन को कमजोर नहीं किया जा सकता
- बहुउद्देशीय कर्मचारी एसोसिएशन हरियाणा ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओें के आंदोलन का समर्थन किया
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल निरंतर उपायुक्त कार्यालय पर जारी। आंगनवाड़ी वर्कर, हैल्पर, कार्यकर्ता, सहायिका धरना स्थल पर आंदोलन में शामिल हो रही हैं। हड़ताली वर्करों की अध्यक्षता गीता नागर, अनु ने संयुक्त रूप से की। जबकि संचालन उषा रानी, सुमन, सोना आदि ने किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार दमन का रास्ता अपना कर वर्करों को डराने का असफल प्रयास कर रही है। उन्होंने हरियाणा सरकार की दमनकारी नीतियों की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार अपने किए हुए समझौते एवं घोषणाओं को लागू करने की बजाय, आंदोलनकारियों पर दबाव बनाने के लिए मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और नेतृत्वकारी वर्करों को निशाना बनाकर डिसमिस किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुकदमों से और नौकरी जाने का भय दिखाने से आंदोलन को कमजोर नहीं किया जा सकता है। सरकार जितना दमन करेगी आंदोलन उतना तीव्र होगा और मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों को बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन कि राज्य अध्यक्ष रानी एवं जिला अध्यक्ष सोनीपत सहदेव आर्य ने आंगनवाड़ी वर्करों को करोना योद्धा बताते हुए हरियाणा सरकार से तुरंत उनकी मांगों को लागू करने का आह्वान किया। बहुउद्देशीय कर्मचारी एसोसिएशन हरियाणा भी आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा। प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी ने संयुक्त रूप से कहा कि हरियाणा सरकार हठधर्मिता एवं दमन का रास्ता छोड़कर बातचीत के माध्यम से आंगनवाड़ी वर्करों की समस्याओं का समाधान करें। हरियाणा सरकार बातचीत से भाग रही है और महिला समझकर आंगनवाड़ी वर्करों को दमन का सहारा लेकर डराना चाहती है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से बनाए गए झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं और डिस्मिस की गई आंगनवाड़ी वर्करों को तुरंत प्रभाव से ड्यूटी पर बाहल किया जाए, लंबित व न्यायोचित, 19 सूत्रीय मांग पत्र पर सरकार तुरंत निर्णय लेते हुए, प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा अनुसार 15 सौ रुपए वर्कर एवं 750 रूपए हेल्पर के खाते में 2018 से डाले जाएं, सभी आंगनवाड़ी वर्करों हेल्परों को न्यूनतम वेतन के दायरे में लाते हुए न्यूनतम वेतन दिया जाए और छठे महीने आने वाले महंगाई के आंकड़ों को वेतन में जोड़ कर दिया जाए। पोशन ट्रैकर बंद किया जाए, वर्कर से सुपरवाइजर की प्रमोशन पर लगाएगी शर्त वापस ली जाए, रिटायरमेंट बेनिफिट दिए जाएं, ईएसआई पीएफ लागू किया जाए, सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी जाए, वर्दी व सेंटर का किराया बढ़ाया जाए आदि 19 सूत्री मांगों पर बातचीत करते हुए समाधान किया जाए, वरना आंदोलन तेज किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों को गीता नागर, अनु, मंजू पहल ,कविता, विमला, सुदेश, उषा रानी, सोना, सरिता, सीटू जिला सचिव सुनीता, ईश्वर सिंह दहिया किसान खेत मजदूर संगठन, मास्टर बलबीर सिंह, एडवोकेट ब्रहम सिंह दहिया, एडवोकेट श्रद्धानंद सोलंकी, विनोद शर्मा, आरके नागर, राजकुमार राणा के अलावा दर्जनों वक्ताओं ने बातचीत रखी और आखरी दम तक आंदोलन चलाने का आह्वान किया। उन्होंने 24 जनवरी को अग्रसेन चौक पानी की टंकी पर इकट्ठा होकर सांसद रमेश कौशिक के आवास की घेराबंदी की जाएगी और 25 जनवरी को गोहाना शहर की सड़कों पर प्रदर्शन कर गोहाना हलके के विधायक के आवास की घेराबंदी की जाएगी।