रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सारथी जन सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा नवरात्रों के पावन अवसर पर बेटी बचाओ अभियान के अंतर्गत “कन्या पूजन आखिर कब तक?” विषय पर सेमिनार एवम कन्या पूजन कार्यक्रम का आयोजन महलाना रोड स्थित एक निजी स्कूल में किया गया। इस अवसर पर डॉ. दीपक कौशिक मुख्यतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर डॉ. जगदीश बत्रा, डॉ. ममता सचदेवा, भावना आंतिल, डॉ. मीनू गबरानी व एडवोकेट अनिल कुमार जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।मुख्यथिति डॉ. दीपक कौशिक ने कहा कन्या भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध है। कन्या पूजन आखिर कब तक सरीखे कार्यक्रम तभी सार्थक होंगे जब पूरा समाज एकजुट होकर कन्याओं के संरक्षण के लिए प्रयास करेंगे। इस दिशा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है।
इस दिशा में हरियाणा में सकारात्मक बदलाव आया है और लिंगानुपात में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। कौशिक ने कहा कि हमें सिर्फ नौ दिन नहीं जीवन भर हमें बेटियों का सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर सारथी ट्रस्ट के संस्थापक चेयरमैन सतपाल सिंह अहलावत ने कहा कि कन्या पूजन व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का मुख्य लक्ष्य पूरे भारत में बेटियों के जीवन की रक्षा करना और उन्हें पढ़ाना है। कन्या पूजन तभी सार्थक होगा जब हम बेटियों को बचायेगें, उन्हें पढायेगें, और समाज में लड़कियों व महिलाओं का सम्मान हो। उन्होंने कहा कि कहा कि भारत में सदियों से आस्थावान नारी, शक्ति सम्पदा विद्या की देवी के रुप में दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती की पूजा करती रही है। वर्ष में दो बार आयोजित होने वाले नवरात्रों में नौ देवियों की पूजा अर्चना करते है।
देवियों के मन्दिरों में यात्रा, पदयात्रा, जागरण कई-कई दिन के उपवास रखते है। लेकिन अगर इसी तरह कन्या भ्रूण हत्या होती रही तो दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर कन्या पूजन कैसे होगा? अहलावत ने कहा कि बेटियों को शिक्षित बनाइये शक्ति व संपदा से वो खुद सशक्त हो जाएगी। बेटियां शिक्षित होगी तो सशक्त महिलाएं होगी और सशक्त दुनिया का निर्माण होगा। इस अवसर पर डॉ ममता सचदेवा ने कहा बेटी को जिसने मरवा दिया था पत्नी की कोख में …मोहल्ले में लड़कियां ढ़ूंढ रहा है वो आदमी नवरात्रे के कन्या भोज में। कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर छात्राओं को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर संगीता दहिया व स्कूल अध्यापक व अध्यापिकाओं के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।