श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दलहनी फसलों, जल संरक्षण एवं ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान पर मूंग के बीज का वितरण किया जाना है। यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा। उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि प्रदेश भर में एक लाख एकड़ क्षेत्र में बिजाई के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज किसानों को दिया जाएगा। इसके लिए केवल 25 प्रतिशत राशि ही किसान को बीज खरीदते समय पर जमा करवानी होगी। ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज प्राप्त करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वैबसाईट http://agriharyana.gov.in/ पर जाकर किसान को पंजीकरण करवाना होगा।
उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन बीज लेने के लिए पंजीकरण 10 मार्च से 15 अप्रैल 2024 तक जारी रहेगा। किसानों को बीज देने के बाद विभागीय कमेटी इनका भौतिक सत्यापन करेगी कि, क्या किसान ने बीज का उपयोग सही तरीके से किया है या नहीं। उन्होंने बताया कि स्कीम के अनुसार निरीक्षण के दौरान यदि किसान के खेत में मूंग के बीज की बिजाई नहीं हुई पाई गई तो उस किसान को 75 प्रतिशत अनुदान राशि विभाग में जमा करवानी पड़ेगी।
उपायुक्त ने कहा कि मूंग दाल की फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई इलाकों में ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती की जाती है। किसानों को मूंग की खेती से डबल फायदा मिलता है। एक तो बाजार में मूंग के ठीक-ठाक हाजिर भाव मिल जाते हैं। गेहूं की कटाई के बाद मूंग की बुवाई करना फायदेमंद रहता है। यह खरीफ सीजन में धान की बुवाई से पहले पककर तैयार हो जाती हैै इससे वातावरण में नाइट्रोजन की स्थिरता बढ़ती और मिट्टी बांधने की क्षमता बेहतर होती है और भूजल स्तर भी बेहतर रहता है। मूंग से खेत की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, जिसका फायदा अगली फसल की उत्पादकता पर होता है।
उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकालीन मूंग की एमएच 421 वैरायटी किसानों को उपलब्ध करवाई जाएगी। एमएच 421 किस्म 60 दिन में पकने वाली पीले पत्ते के प्रति अवरोधक, दाना आकर्षक, चमकीला हरा व मध्य आकार का होता है जिसकी सामान्यत ग्रीष्मकालीन उपज 4-4.8 क्विंटल प्रति एकड़ व खरीफ मे 5.6-6.4 क्विंटल प्रति एकड़ पाई जाती है। एक किसान को अधिकतम 30 किलोग्राम अथवा 03 एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है व छोटे किसान को पूरे ही एकड़ का बीज मिलेगा। हरियाणा बीज विकास निगम से बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिक्री केन्द्र पर प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि ग्रीष्मकालीन मूंग बीज प्राप्त करने के लिए विभाग की वेबसाइट पर शीघ्रातिशीघ्र पंजीकरण करवाएं।