- -हमें माता सावित्री बाई फूले के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढऩे के लिए करने चाहिए प्रयास : दुष्यंत चौटाला
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को मटिण्डू रोड़ स्थित सावित्री बाई फूले पार्क में 21 फूट ऊंची सावित्री बाई फूले की मूति का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फूले देश की पहली शिक्षिका होने के साथ-साथ महिला स्वतंत्रता सेनानी भी थी। उन्होंने उस समय शिक्षा प्राप्त करने का संघर्ष किया जब महिलाओं को पढऩे के लिए स्कूल में जाने और घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उन्होंने इस सभी रूकावटों को अपने शिक्षा के रास्ते में नहीं आने दिया और सघर्ष करते-करते सन् 1948 में देश की पहली महिला शिक्षिका बनी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सावित्री फूले हमेशा कहती थी कि शिक्षा वो चाबी है, जिसके दम पर आपके भविष्य के उत्थान के तालों को खोल सकते हैं। आज हमें उनके संघर्ष भरे जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आगे बढऩा चाहिए। आज हमारी बेटियां शिक्षित होकर हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है शायद वो माता सावित्री फूले के संघर्ष और तपस्या के कारण ही है। क्योंकि उन्होंने शिक्षा ग्रहण कर बेटियों के लिए स्कूलों के दरवाजे खोले। आज उसी का परिणाम है कि हमारी बेटियों को हर क्षेत्र में भागीदारी मिली। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में सबसे अग्रणी राज्यों में है। हमारी बेटियां अपनी शिक्षा के बल पर पूरे विश्व में देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। हरियाणा सरकार भी बेटियों को शिक्षित करने के लिए अनेेक योजनाए लागू कर रही है।
आज गरीब परिवार की बेटियों के लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान किया गया है। उनको स्कूल, कॉलेज जाने के लिए उचित परिवहन सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। कार्यक्रम में कमेटी द्वारा चौक को सावित्रीबाई फूले के नाम से बनाने की मांग पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाईडलाईन के अनुसार अगर नगर पालिका में चौक का नाम किसी महापुरूष या स्वतंत्रता सेनानी के नाम रखने में कोई परेशानी नहीं है तो नगर पलिका के अधिकारी इसका प्रस्ताव हमारे पास भेजे हम इस चौक का नाम सावित्री बाई फूले के नाम से रखने का कार्य करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां लोगों के घूमने के लिए ट्रेक बनवाया जाए, ताकि यहां लोगों को सुबह-शाम घूमने में किसी प्रकार की परेशानी न आए।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने पार्क में चल रहे कार्यों को पूरा करवाने के लिए कमेटी को 11 लाख रूपये देने की घोषणा करते हुए लोगों को आह्वान किया कि आप भी यहां अपने नाम से एक पेड़ अवश्य लगाएं और उनकी देखभाल करें ताकि वो बड़े होकर हमारी आने वाली पीढियों को फल दे सकें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों यहां ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की गिरदावरी के लिए अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए गए है। किसानों की इस दुख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सभी किसान अपनी फसल के खराबे का रजिस्ट्रेशन 15 मार्च तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अवश्य करवाए, ताकि अधिकारियों द्वारा उसकी सही गिरदावरी की जा सके। उन्होंने कहा कि गिरदावरी के बाद सरकार द्वारा किसानों को 15 हजार प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि खरखौदा आईएमटी में विश्व की सबसे बड़ी गाड़ी बनाने वाली कंपनी मारूति अपना प्लांट स्थापित कर रही है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस प्लांट के शुरू होने से इस क्षेत्र के 40 किलोमीटर में बसे गांवों की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। यहां रोजगार के नए अवसर पैंदा होंगे और हमारे युवाओं को नौकरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि जबसे यहां मारूति का प्लांट बनना शुरू हुआ है यहां की जमीनों के रेटों में भी 10 गुणा का इजाफा हुआ है, जिसका सीधा फायदा हमारे किसानों को हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसान की सहमति से ही जमीन को अधिग्रहण करने का कार्य किया है। इस मौके पर जेजेपी जिलाध्यक्ष राज सिंह दहिया, चेयरमैन पवन खरखौदा, सुमित राणा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।