रणबीर सिंह, सोनीपत। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन ने अपने तीसरे दीक्षांत समारोह के दौरान 160 छात्रों को डिग्री प्रदान करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसमें डिज़ाइन से संबंधित विभिन्न विषयों की पढ़ाई करने वाले बैचलर्स एवं मास्टर्स डिग्री के छात्र शामिल थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित, डॉ. अनिल डी. सहस्रबुद्धे (अध्यक्ष, राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी फोरम, तथा सम्माननीय अतिथि भारत में फिनलैंड के राजदूत, महामहिम किम्मों लाहदेविर्ता सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने अपने संबोधन में कहा कि “शिक्षा चुनौतियों और विभिन्न प्रकार के अनुभवों के साथ जीवन को आकार देने वाला सफ़र है। कामयाबी का मतलब सिर्फ पदक हासिल करना नहीं है, बल्कि यह पूरा सफ़र ही सबसे बड़ी सफलता है।
संस्थान के स्नातक अब एक प्रोफेशनल के तौर पर अपने जुनून और सच्ची लगन के साथ देश के भविष्य को आकार देने के लिए तैयार हैं। लीडरशिप के लिए अटल इरादा और असफलताओं को स्वीकार करना सबसे ज्यादा मायने रखता है। भविष्य में इस संस्थान के छात्र नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभाएंगे और इनोवेशन के प्रति दृढ़ संकल्प के साथ अगली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे। महामहिम राजदूत किम्मो लाहदेविर्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। हमारा विज़न और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन के मूल्यों के अनुरूप है, जिसमें फिनलैंड और भारत, दोनों देशों की संस्कृति से सीखने के अनुभवों की अहमियत पर बल दिया गया है।
वैश्विक सम्मेलनों में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन की सक्रिय भागीदारी के साथ-साथ फिनलैंड में आल्टो यूनिवर्सिटी और हेम यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ छात्रों के परस्पर आदान-प्रदान के कार्यक्रमों से यह बात जाहिर होती है कि यह संस्थान शिक्षण के अंतर्राष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने के इरादे पर अटल है। इसी वजह से यह पूरी दुनिया में उत्कृष्ट अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा का प्रतीक बन गया है। इस अवसर पर तीन प्रतिष्ठित पदक प्रदान किये गये, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन की वृंदा सिंघल को चांसलर्स गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। इसके अलावा हर पाठ्यक्रम में अव्वल दर्जे का प्रदर्शन करने वाले छात्रों को स्वर्ण एवं रजत पदक प्रदान किए गए।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि हम उपलब्धियों का जश्न मनाने, अपने प्रभाव को स्वीकार करने और चुनौतियों से निपटने के चौराहे पर खड़े हैं, और मुझे पूरा यकीन है कि वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन आने वाले समय में उत्कृष्टता का प्रतीक बना रहेगा। इस समारोह में छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं और एक डिज़ाइन प्रोफेशनल की शपथ ली गई, जो संस्थान के ग्रेजुएट छात्रों के प्रोफेशनल के तौर पर अपने सफ़र की शुरुआत का प्रतीक है। भविष्य के डिज़ाइन लीडरों को आकार देने वाले इस संस्थान के तीसरे दीक्षांत समारोह में बैचलर्स एवं मास्टर्स डिग्री के छात्रों की उपलब्धियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रोफेसर देवेंदर सिंह खरब, प्रोफेसर अंजन, प्रोफेसर राजन श्रीपाद फुलारी, प्रोफेसर बलबीर सिंह, प्रोफेसर सनमित्र चित्ते, प्रोफेसर शालीन शर्मा, प्रोफेसर पारुल पुरोहित वत्स आदि मौजूद रहे।