डाक्टर सन्नी जैन ने किया वृद्धा का इलाज
रणबीर सिंह, सोनीपत। स्थानीय नरेन्द्र नगर निवासी 69 वर्षीय एक वृद्धा पहले से ही ब्लड कैन्सर अर्थात लुकेमिया से पीडित थी व दो-तीन डाक्टरों के पास दिल्ली ईलाज करवा रही थी। ब्लड कैन्सर की स्टेज-4 की जटिलताओं के कारण सब डाक्टरों ने हाथ खडे कर दिए थे। इससे रोगी और उसके परिजनों ने निराश व हताश होकर अन्ततः फिम्स अस्पताल में ईलाज करवाने का मन बनाया। फिम्स के कैन्सर रोग विशेषज्ञ डा. सन्नी जैन ने रोगी महिला की बारीकी से जां की।
जांच में स्टेज-4 के खून के कैन्सर होने की पुष्टि हुई। मरीज की उम्र को देखते हुए स्टेज-4 के कैन्सर की सर्जरी संभव नहीं थी। अतः कैन्सर डाक्टरों के टयूमर बोर्ड ने परस्पर गहन विचार-विमर्श के उपरांत ईलाज की विधि तैयार की। जुलाई 2023 के महीने मे मरीज की कीमोथैरेपी शुरू की गयी जो कि 4 मास अर्थात नवम्बर 2023 तक चली इन 4 महीनों में डाक्टर, अस्पताल के कर्मचारी, रोगी व उसके घर वाले सबने साथ मिलकर एक परिवार की तरह कैन्सर के खिलाफ लडाई लडी व इस लम्बी लडाई के हर कदम पर सब साथ रहे। लंबे संघर्ष की जीत हुई और मरीज को कैन्सर मुक्त घोषित कर दिया गया।
स्वंय रोगी शीला देवी अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहती है कि दिल्ली के अनेक डाक्टरों के कहने के बाद मैं और मेरे परिजन वास्तव में मेरे जीवन के प्रति बेहद हताश और निराश हो चुके थे। फिम्स ने सही मायने में मुझे नया जीवन दान दिया है जो कि ईश्वर की अनुकम्पा के साथ-साथ किसी चमत्कार से कम नहीं। फिम्स के सुप्रसिद्ध एवं अनुभवी कैन्सर रोग विशेषज्ञ डाक्टर सन्नी जैन ने कहा कि कैन्सर लाईलाज बीमारी नहीं है, इसका ईलाज मुमकिन है। जरूरी यह है कि रोगी की मेडिकल कन्डीशन को ढंग से समझ कर उसके ईलाज की सही विधि तैयार की जाए। डाक्टर सन्नी जैन ने स्पष्ट किया कि ब्लड कैन्सर का यदि जल्दी ही पता चल जाए तो बेहतर, वर्ना बाद के लक्षणों के रहते भी इसका प्रभावी ईलाज संभव है।