नगर निगम के रैन बसेरे पर बोर्ड तो लगा था परंतु ताला बंद : जैन
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। दिया तले अंधेरे की कहावत को चिरतार्थ करते हुए नगर निगम में रखे रैन बसेरे के केबिन में निगम का रिकार्ड व स्टोर का सामान भरा पड़ा है। सर्दियां शुरू हो चुकी है, परंतु निगम अधिकारियों को रेन बसेरों की सुध लेने की फुर्सत ही नहीं है। मजेदार बात यह है कि रैन बसेरे का ठीक से रखरखाव के जिम्मेदार बड़े अधिकारी का निवास सामने है।
मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव जैन ने बीती रात रैन बसेरों की हालत जानने के लिए दौरा किया नगर निगम के रैन बसेरे पर बोर्ड तो लगा था परंतु ताला बंद था, खिड़की में से झांक कर देखा तो सोने के गद्दों की बजाय सामान भरा पड़ा था। नगर निगम के बाद शनि मंदिर के पास स्थाई रूप से बने रैन बसेरे में गर्म पानी करने का सोलर सिस्टम 2 वर्ष से खराब है, शौचालय की सीट, पानी का सिस्टम टूटा पड़ा हुआ है, बाहर लाइट की व्यवस्था ठीक नहीं है। सर्दियां शुरू होने से पहले अधिकारी दौरा करें तो सारी व्यवस्थाएं ठीक हो सकती हैं। भाजपा नेता राजीव जैन ने बताया कि मुरथल फ्लाईओवर के नीचे रखे हुए अस्थाई रैन बसेरा का भी ताला बंद था, चौकीदार गायब था।
रैन बसेरे के सामने स्थित सुलभ शौचालय के चौकीदार ने ताला खोलकर दिखाया तो ने तो लाइट थी और नए साफ सफाई। रात को सोने वाले यात्रियों के लिए पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी, इसी तरह बहालगढ़ फ्लाईओवर के नीचे रख रैन बसेरे पर न तो बोर्ड लगा था और ताला भी बंद था, अभिप्राय यह है कि अभी तक शुरू ही नहीं किया गया है। राजीव जैन ने इस संबंध में नगर निगम प्रशासन को अवगत कराते हुए इन जगहों की तत्काल सुध लेने के निर्देश दिए। जैन ने यह भी बताया कि उनके प्रयास से करीब 6 साल पहले शनि मंदिर के पास स्थाई रैन बसेरे का निर्माण किया गया था। उन्होंने कहा कि अब रात का तापमान भी 11–12 डिग्री पहुंच चुका है, ऐसे में जरूरतमंद एवं बेसहारा लोगों को सोने के लिए छत की आवश्यकता होती है, परंतु बिना सुविधाओं के रैन बसेरों का कोई फायदा नहीं है।