- केन्द्र सरकार ने दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरियों में 04 प्रतिशत तथा शिक्षण संस्थानों में 05 प्रतिशत आरक्षण देने का किया ऐतिहासिक कार्य
व्यवसाय के क्षेत्र में आगे आए ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगजन
रेनू विद्या मंदिर के सौजन्य से कक्षा में दिव्यांग बच्चों के प्रबंधन विषय पर किया जा रहा है तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
रणबीर सिंह, सोनीपत। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने रेनू विद्या मंदिर के सौजन्य से राजीव गांधी एजूकेशन सिटी स्थित एक यूनिवर्सिटी में आयोजित कक्षा में दिव्यांग बच्चों के प्रबंधन विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का बतौर मुख्यातिथि शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि आज मेरा खुश है मन मेरे सामने बैठे है दिव्यांगजन। आज मुझे दिव्यांगजनों के बीच आने का मौका मिला यह क्षण मेरे लिए बड़ा आनंदायी है।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि हर दिव्यांग में कुछ अलग करने की अलग कला होती है, केवल उसे प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इसलिए समाज के हर नागरिक का दायित्व बनता है कि वे दिव्यांगों के विकास के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि देश में कई दिव्यांग ऐसे महान कलाकार है जो अपने पैरों से चित्रकारी कर अपनी कला का लोहा मनवा रहे है। इसके अलावा खेलों में भी दिव्यांग मेडल जीतकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के हर वर्ग को न्याय देना केन्द्र सरकार का पहला उद्देश्य है और इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए ऐतिहासिक कार्य करते हुए दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरियों में 04 प्रतिशत तथा शिक्षण संस्थानों में 05 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 लागू करते हुए दिव्यांगों को अनेक अधिकार दिए गए। दिव्यांगजनों को 18 वर्ष तक नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण करने का भी अधिकार सरकार द्वारा दिया गया ताकि हर दिव्यांग शिक्षित होकर अपने जीवन में आगे बढ़ सके। अठावले ने दिव्यांगजनों का आह्वान किया कि व्यावसाय के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगजन आगे आए, क्योंकि केन्द्र सरकार ने दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुगम्य भारत अभियान चलाया है। इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को स्वरोजगार स्थापित करने अनुदान में ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इसके अलावा दिव्यांगजनों को आर्थिक सहायता देने के लिए पेंशन भी दी जा रही है। उन्होंने रेनू विद्या मंदिर की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि रेनू विद्या मंदिर दिव्यांगजनों का मंदिर है और वे दिव्यांगजनों के लिए जो कार्य कर रहे हैं वो सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। सम्मेलन में राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत आगमन पर केन्द्रीय राज्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार दिव्यांगजन के हितों को सुरक्षित रखते हुए उनको सरकारी सेवाएं लागू करने में अपना दायित्व प्रभावी रूप से निभा रही है। प्रदेश के दिव्यांगजनों को विभिन्न माध्यमों से लाभांवित करने के लिए सरकार सजग है और जन कल्याणकारी योजनाओं से दिव्यांगजन को जोड़ा जा रहा है।
हरियाणा सरकार ने दिव्यांगजन की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 1968 की शुरूआत की, जिसकी सहायता से वे अपनी समस्या अथवा शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांगजनों को मासिक पेंशन भी दी जा रही है। इस मौके पर हरियाणा राज्य दिव्यांगजन आयोग के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि दिव्यांगजनों की सेवा करना भगवान की सेवा करने के बराबर है, इसलिए हम सभी को दिव्यांगजनों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी दिव्यागजनों के विकास के लिए अनेक योजनाएं चला रही है, ताकि दिव्यांगजनों को भी समाज की मुख्यधारा से जोडक़र आगे बढ़ाया जा सके।