- -विश्वविद्यालय कुलपति के साथ बैठक निर्धारित, खानपुर के लिए करवायेंगे स्थाई समाधान
-रभड़ा गांव में जल ठहराव की स्थिति का गंभीरता से जायजा लेते हुए कहा करायेंगे स्थाई समाधान
-उपायुक्त सिवाच आगे बढक़र मिले ग्रामीणों से, समस्याएं सुन मौके पर किया समाधान
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। गोहाना उपमंडल के अंतर्गत आने वाले 20-22 गांवों का गंभीरता से दौरा करते हुए उपायुक्त ललित सिवाच ने बरसात के चलते जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। फसलों में खड़े पानी की स्थिति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए कि प्राथमिकता के आधार पर निकासी के प्रयासों को गति दी जाए।
उपायुक्त सिवाच ने बीते सप्ताह हुई तीव्र बरसात के कारण फसलों में जल ठहराव की स्थिति जानने के लिए संबंधित अधिकारियों की टीम को साथ लेकर समीक्षात्मक दौरा किया। उन्होंने डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों में स्वयं जाकर वास्तविक स्थिति को जानने-समझने का प्रयास किया। इसकी शुरुआत उन्होंने चिटाना गांव से की। विभिन्न गांवों में उन्होंने आगे बढक़र सीधे ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए खेतों में जल ठहराव की स्थिति की जानकारी ली। ग्रामीणों की समस्या और मांगों को उन्होंने रूककर गंभीरता से साथ सुना और मौके पर ही समाधान की दिशा में कदम बढ़ाते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
दौरे के दौरान ग्रामीणों ने प्रमुख रूप से पानी की निकासी की ही मांग की, जिसके लिए उपायुक्त ललित सिवाच ने बताया कि 80 से 100 पंपसैट लगाकर पानी निकाला जा रहा है। यदि और आवश्यकता हुई तो अतिरिक्त पंपसैट लगवाये जायेंगे। ग्रामीणों की मांग अनुसार उपायुक्त ने पंप सैट लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से भी सहयोग की अपील की कि वे भी अपने स्तर पर डीजल पंप सैट का प्रयोग करें, जिसमें डीजल का खर्च प्रशासन वहन करेगा। साथ ही ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति को बढ़वाने की मांग की, जिसे उपायुक्त ने मौके पर ही स्वीकृत किया। उन्होंने यूएचबीवीएन के एसई को निर्देश दिए कि ग्रामीणों की आवश्यकतानुसार विद्युत आपूर्ति दी जाए।
उपायुक्त सिवाच ने दर्जनों गांवों का दौरा करने उपरांत कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। खराबा का आकलन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान की फसल में रिकवरी हो जाएगी। केवल पकी हुई धान की फसल में ही नुकसान की अधिक संभावना है। यहां अधिकांश क्षेत्र में धान की ही फसल है, जिसके पक कर तैयार होने में अभी समय लगेगा। कपास और बाजरे की बीजाई अधिक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से विशेष गिरदावरी के निर्देश मिलने पर विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि फिलहाल फसल खराबे को लेकर आकलन करते हुए रिपोर्ट तैयार करें। जिनकी फसल खराब हुई हो उनकी सही रिपोर्ट तैयार की जाए। पात्र किसान इसमें छूटना नहीं चाहिए।
उपायुक्त सिवाच ने दौरे के दौरान ड्रेन नंबर-8 का निरीक्षण करते हुए जल स्तर का जायजा लिया। मोई हुड्डïा में 83-हैड पर स्वयं जाकर उन्होंने गंभीरता से जलस्तर की समीक्षा की। उन्होंने खानपुर कलां में तुरंत प्रभाव से फिरनी की मरम्मत के निर्देश दिए। बली ब्राह्मïणान व कटवाल तथा खेड़ी दमकन के ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति में वृद्घि की मांग की, जिसके लिए उन्होंने यूएचबीवीएन के एसई को मौके पर ही निर्देश दिए।
उपायुक्त ललित सिवाच ने इन गांवों का किया दौरा
उपमंडल गोहाना में हुई तीव्र बरसात के दृष्टिगत उपायुक्त ललित सिवाच ने विशेष रूप से गोहाना के गांवों का दौरा किया। उन्होंने चिटाना से दौरे का प्रारंभ किया और फिर सिटावली, कैलाना, माजरी होते हुए दुभेटा पहुंचे। आगे बढ़ते हुए उन्होंने कासंडा, कासंडी, खानपुर, ककाना, भादरी, न्यात, खेड़ी दमकन, सिकंदरपुर माजरा, बली ब्राह्मïणान, ककाना, मोई हुड्डा, पु_ïी, बड़ौता व नगर इत्यादि गांवों का दौरा किया।
रभड़ा व खानपुर के लिए स्थाई समाधान की दिशा में करेंगे प्रयास
उपायुक्त ललित सिवाच ने दौरे के दौरान रभड़ा तथा खानपुर में विशेष रूप से पानी की निकासी की स्थाई व्यवस्था महसूस की। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा भी दिया कि इस दिशा में वे स्थाई समाधान के लिए प्रयास करेंगे। खानपुर की पानी की निकासी की समस्या के समाधान के लिए उन्होंने एसडीएम गोहाना को निर्देश दिए कि वे विश्वविद्यालय कुलपति के साथ बैठक कर प्रयासों को गति दें। निकासी के लिए ड्रेन की कनैक्टिविटी के लिए प्रस्ताव तैयार करें। साथ ही उन्होंने रभड़ा में ढ़ाई से तीन किलोमीटर पाइप लाइन डालकर डे्रन में निकासी की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
विश्राम गृह में अधिकारियों की बैठक लेते हुए दिए कड़े निर्देश
उपायुक्त ललित सिवाच ने दौरे के उपरांत विश्राम गृह गोहाना में अधिकारियों की विशेष बैठक लेते हुए पुन: पूरी स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा की स्थिति है जिस पर किसी का वश नहीं, किंतु प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगा। जिस गांव में जिस भी मदद का आश्वासन दिया गया है वह तुरंत प्रभाव से मुहैया कराई जाए। कुछ गांवों में ग्रामीणों ने अतिरिक्त पंपसैट लगवाने की मांग की है जहां फौरन व्यवस्था की जाए। इस दौरान विश्राम गृह में भी खानपुर के ग्रामीणों ने उपायुक्त से भेंटकर पानी निकासी के लिए विशेष व्यवस्था की मांग की, जिसे उन्होंने तुरंत स्वीकार किया।