- लाल सूट पहनकर बाजार में उतरी परियोजना वर्कर
- महिला दिवस पर लाल शूट पहनकर किया रोष प्रदर्शन
- बीडीओ सोनीपत को सौंपा मांगों का ज्ञापन
रणबीर सिंह, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल आज भी निरंतर जारी रही। आंगनवाडी वर्कर आज लाल शूट, लाल चुन्नी व लाल शॉल ओढ़कर पंचायत भवन में पहुंची, जहां पर उन्होंने एक बैठक आयोजन किया गया। आज की हडताल में आंगनवाडी वर्करों के अलावा आशा वर्कर भी लाल कपड़े पहनकर शामिल हुई। बैठक को विभिन्न ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। बैठक के बाद सभी परियोजना वर्करों ने पंचायत भवन से शनि मंदिर के आगे होते हुए बाजारों में रोष प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकाला। जूलूस के दौरान परियोजना वर्करों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व तालमेल कमेटी की नेता गीता नागर, अनीता, उषा रानी, सोना देवी, सुनीता आदि ने किया।
परियोजना वर्करों ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। जिसमें जिले में कार्यरत तमाम परियोजना वर्कर्स आशा, मिड डे मील, आंगनवाड़ी, क्रैच वर्कर्स ने बढ़ चढकर भाग लिया है। यूनियन की महासचिव सुनीता ने कहा कि आज पूरे देश में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। इतने सालों के बाद भी महिलाओं की स्थिति में बेहतर सुधार नहीं हुआ है। पिछले तीन महीने से बाल विकास विभाग में काम करने वाली परियोजना वर्कर हड़ताल कर प्रदर्शन कर रही हैं। इसमें बहुत सी महिलाएं एकल व विधवा है, जो अपने घर का गुजारा कर रही है। हरियाणा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा बुलन्द करती है। आज सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बजट में श्रीमती सुषमा स्वराज के नाम से पुरस्कार देने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जो बेटी सड़कों पर बैठी हैं सरकार इनकी जायज मांगों को पूरा करें। उन्होंने कहा कि आज सभी परियोजना वर्करों ने जो लाल शूट, लाल चुन्नी पहनी हैं उससे सरकार को संदेश है कि जो सीएम कहते हैं लाल झंडा, तो हमारी ड्रेस ही लाल है, जो हमारे शरीर में खून है वो भी लाल है। लाल झंडा और लाल ड्रेस इस बात का प्रतीक है कि इस देश व प्रदेश को बनाने में देश के मजदूरों-किसानों व कर्मचारियों की मेहनत लगती है। इसलिए आज पूरे प्रदेश में महिला दिवस पर लाल शूट पहनकर रोष प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को हमेशा अपने अधिकार लड़कर हासिल करने पड़े हैं। जिसके लिए उनको बलिदान भी देना पड़ा है। महिला दिवस का दिन अपने अधिकारों को हासिल करने के संकल्प को दोहराने का दिन है। हम जानते हैं कि अधिकार हमेशा लड़कर ही मिले हैं। इस दौरान काफी संख्या में आंगनवाडी वर्कर, हैल्पर, सहायिका व आशा वर्कर मौजूद रही।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पिछले 3 महीने से धरने पर बैठी आंगनवाड़ी वर्कर्स ने आज विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर महिला दिवस को आक्रोश दिवस के रुप में मनाया। आंगनवाड़ी वर्कर्स को आज आशा वर्कर्स, मिड डे मील वर्कर और विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने समर्थन दिया। इस दौरान आशा, आंगनवाड़ी वर्कर्स, लाल कपड़े और लाल झंडे हाथों में लेकर सड़कों पर रोष मार्च निकालते हुए जमकर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कहा कि आज एक तरफ सरकार महिला दिवस मना रही है। दूसरी तरफ प्रदेश की महिलाएं सड़कों पर धक्के खा रही हैं। आज प्रदेश की परियोजना वर्कर अपने हकों के लिए सरकार के विरोध में आंदोलन कर रही हैं। बहरहाल आंगनवाड़ी वर्कर्स ने सरकार को चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता और केंद्र और प्रदेश सरकार अपनी घोषणा के अनुसार आंगनवाड़ी वर्कर्स को मानदेय नहीं देती है, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान सुभाष लांबा, सीटू के राज्य उपाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र मलिक, जिला प्रधान आनंद शर्मा, सचिव सुनीता, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर राठी, सचिव हरि प्रकाश, अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा के उपाध्यक्ष श्रद्धानंद सोलंकी, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के संयोजक ईश्वर दहिया, भारतीय किसान यूनियन के राज्य अध्यक्ष ब्रहम सिंह दहिया, आंगनवाड़ी वर्कर्स तालमेल कमेटी के नेता गीता नागर, उषा रानी, शीला देवी, सोना देवी, सुनीता देवी, कविता, शर्मिला, विमला, आशा वर्कर यूनियन की प्रधान अनीता, सचिव पूनम, अनीता, सीमा, पम्मी, छवि, सविता मलिक, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की प्रधान पिंकी, रोशनी, सुदेश, क्रैच वर्कर्स यूनियन की नेता कृष्णा, निर्मला, सर्व कर्मचारी संघ के केंद्रीय कमेटी नेता विजेंद्र चहल ,जिला प्रधान राममेहर शर्मा, सचिव जय भगवान दहिया, कोषाध्यक्ष राजीव खत्री, बिजली के नेता विजेंद्र काद्यान, पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के नेता प्रकाश मलिक, पशुपालन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के नेता अनिल शर्मा, विजेंद्र, मास्टर जोगिंदर सिंह, नफे सिंह मलिक, हुडा विभाग के नेता महेश सपड़ा के अलावा दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया और केंद्र व राज्य सरकार की महिला विरोधी नीतियों की घोर आलोचना करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों के आंदोलन को किसी भी सूरत में दबाया नहीं जा सकता है, 10 मार्च को तमाम जन संगठनों किसान, मजदूर, कर्मचारी, महिला, नौजवान ,छात्र संगठनों की पंचायत बुलाई गई है और 19 मार्च को तमाम जन संगठनों का बड़ी पंचायत बुलाई गई है। जिसमें आंगनवाड़ी वर्करों के समर्थन में, हरियाणा सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ, किसान, मजदूर, नौजवान, छात्र, महिलाओं का बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।