रणबीर सिंह, सोनीपत। राजस्थान विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में पुरानी पेंशन फिर से बहाल करने की घोषणा की। जिसका पेंशन विहीन कर्मचारी आभार व्यक्त करते है। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान ने प्रैस नोट जारी करके मुख्यमंत्री गहलोत की घोषणा का स्वागत करते हुए सभी कर्मचारी-अधिकारियों की तरफ से धन्यवाद देते हुए कहा कि आज कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक यदि कोई वास्तविक देशव्यापी आंदोलन है तो वह एनएमओपीएस (नेशनल मुवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) के बेनर तले पुरानी पेंशन बहाली का है।
राजस्थान सरकार की घोषणा से यह स्पष्ट है कि अब कांग्रेस शासित सभी राज्यों कर इसका दबाव होगा। साथ ही अन्य राज्यों के पास भी पुरानी पेंशन बहाल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, इसलिए सरकारे जल्द से जल्द फैसला ले। समस्त देश के पेंशन विहीन कर्मचारियों का भविष्य एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) के कारण दाव पर लगा था।पुरानी पेंशन लागू होने पर एनपीएस का पूरा पैसा सरकार को मिलेगा, जिससे विकास कार्य होगें तथा साथ ही सरकार का भी 14 प्रतिशत बचेगा जो कर्मचारियों को एनपीएस के माध्यम से निजी कम्पनियों को जाता था।
प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज बाल्यान ने देश के हर पेशन विहीन कर्मचारी-अधिकारी का आह्वान किया की अपने-अपने राज्य में एनएमओपीएस के आंदोलन में सहयोग करे तथा अपना शतप्रतिशत योगदान दे। जिला अध्यक्ष सोमदत्त ने कहा कि राजस्थान सरकार की घोषणा पूरे देश में पेंशन विहीन कर्मचारियों के लिए प्राणवायु का काम करेगी जिस कारण देश भर में पुरानी पेंशन बहाल होगी।