- आंगनवाड़ी वर्करों ने पुलिस अधीक्षक आवास पर किया प्रदर्शन
- पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर, लोकतंत्र बचाने की मांग की
रणबीर सिंह, सोनीपत। शहर में आंगनवाड़ी वर्करों की संयुक्त तालमेल कमेटी के आह्वान पर आंगनवाड़ी वर्करों ने पुलिस अधीक्षक आवास पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी वर्कर्स सुबह 11 बजे पंचायत भवन सोनीपत में इकट्ठा हुई। पंचायत भवन में एक सभा का आयोजन किया गया। पंचायत भवन से गोहाना रोड, छोटूराम चौक, पुलिस लाइन से होते हुए मिनी सचिवालय के गेट पर आंगनवाड़ी वर्करों ने अपनी मांगों के समर्थन में और हरियाणा सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ नारे लगाये। प्रदर्शनकारी वर्करों का नेतृत्व गीता नागर, शीला, उषा रानी, सोना देवी, सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर राठी कर रहे थे। मिनी सचिवालय के गेट खोलने, ना खोलने पर दोनों तरफ से काफी तनातनी हुई और गेट पर जोर आजमाइश काफी देर चली।
उसके बाद आंगनवाडी वर्करों ने पुलिस अधीक्षक आवास की तरफ कूच कर लिया। आंगनवाडी वर्करों ने पुलिस अधीक्षक के आवास के गेट पर मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नारों की आवाज सुन पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा वर्कर्स के बीच में आए और उन्होंने बहुत ही धैर्य से वर्करों की समस्याओं को सुना और ज्ञापन लिया। आंगनवाडी वर्करों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि 3 मार्च को विधानसभा पर होने वाले प्रदर्शन को नाकाम करने के लिए हरियाणा सरकार के इशारे पर हरियाणा पुलिस के जवानों ने आंगनवाड़ी वर्कर्स की गाड़ियों को रोक लिया। पुलिस ने आंगनवाड़ी वर्करों को पंचकूला तक पहुंचने नहीं दिया और जो वर्कर्स पहुंच गए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जो लोकतंत्र की हत्या है। इसलिए आज पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से ज्ञापन सौपे गए हैं कि जिन पुलिस कर्मचारियों ने महिला वर्करों पर हाथापाई और मारपीट की है।
उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने, धरने, जुलूस, प्रदर्शन करने का अधिकार है। जन आंदोलनों में पुलिसदल बंद किया जाए और लोकतंत्र को बचाया जाए। पुलिस अधीक्षक के सामने दूसरी समस्या रखते हुए बताया कि धरनास्थल पर बाथरूम की खस्ता हालत के बारे कई बार सिटी मजिस्ट्रेट को, उपायुक्त को अपील करते हुए मांग की है कि जिला प्रशासन धरना स्थल पर बने बाथरूम की मेंटेनेंस का कार्य करवाए। लेकिन प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है। पिछले 3 महीने से आंगनवाड़ी वर्कर्स धरना स्थल पर शांतिप्रिय धरने पर बैठते हैं। लेकिन बाथरूम की व्यवस्था ना होने के कारण ज्यादातर वर्कर्स को बहुत परेशानी हो रही है ।जिस पर पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि सोमवार को प्रतिनिधि मंडल लेकर आ जाए उपायुक्त के साथ मीटिंग करवाकर इसमें सुधार करवाया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों को गीता नागर, शीला देवी, उषा रानी, सोना देवी, आनंद शर्मा, ईश्वर राठी ,किसान नेता श्रद्धानंद सोलंकी, ब्रहम सिंह दहिया, ईश्वर सिंह दहिया, मास्टर बलबीर सिंह, जनवादी महिला समिति की प्रधान लक्ष्मी छिल्लर, आशा वर्करों की नेता मीना शर्मा, अनीता, टायर्ड हैडमास्टर नफे सिंह, मलिक, कविता, शर्मिला, कविता जाजल, शकुंतला आदि ने भी संबोधित करते हुए आह्वान किया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को पूरे देश में विरोध दिवस मनाया जाएगा। जिसमें देश के स्तर पर करोड़ों, राज्य के स्तर पर लाखों और जिला के स्तर पर हजारों वर्कर्स आशा, मिड डे मील, आंगनवाडी, क्रैच वर्कर्स, महिला सफाई कर्मचारी, औद्योगिक मजदूर, यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, टीचर्स ,स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत तमाम कच्चे व पक्के महिला कर्मचारी 8 मार्च को काले कपड़े पहन कर देश भर की सड़कों पर उतरेंगे।