- कल विधानसभा का घेराव करेगी आंगनवाड़ी वर्कर
- लघु सचिवालय के बाहर करीब तीन महीने से हडताल पर बैठी हैं आंगनवाडी वर्कर
- कहा, विधानसभा घेराव की सभी तैयारियां पूरी
- उन्होंने दावा कि 52 हजारों आंगनवाड़ी वर्कर्स पहुंचेगी चंडीगढ़
रणबीर सिंह, सोनीपत। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर सर्व कर्मचारी संघ की जिला कमेटी ने विभिन्न विभागों के सैकड़ों कर्मचारियों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर की 3 महीने से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल को लंबा खींचना सरकार की हठधर्मिता बातचीत का समय ना देना महिला कर्मचारियों का उत्पीड़न करना बर्खास्तगी आदि मुद्दों को लेकर रोज स्वरूप लघु सचिवालय के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर रोष जताया। वह मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट सोनीपत के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा को भेजा। इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ एवं अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कल पंचकूला चंडीगढ़ में 52 हजार आंगनवाड़ी वर्कर्स हरियाणा सरकार की दमनकारी नीतियों का डटकर मुकाबला करेंगे। मुकदमों एवं डिसमिस करने से आंगनवाड़ी वर्करों के हौसले कमजोर होने की बजाय और मजबूत हुए हैं तथा विधानसभा घेराव की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं, साधन कर लिए गए हैं। सर्कल वाइज, ब्लॉक वाइज वर्कर्स हैल्पर्स की लिस्टिंग करते हुए सभी की हाजिरी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2018 में मन की बात में आंगनवाड़ी वर्कर को 15 सौ रुपए, हेल्पर को 750 सौ मासिक बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी।
इसी प्रकार मार्च 2018 में विधानसभा बजट सत्र के दौरान वर्कर को कुशल और हेल्पर्स को अर्ध कुशल मानकर उनके मानदेय को महंगाई से जोड़ने के ऐलान के साथ ही 2019 में लागू भी कर दिया था, परंतु कुछ समय बाद उसको बंद कर दिया गया है। आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर वर्ष 2018 से ही दोनों घोषणाओं को लागू करवाने की अपील कर रही थी, परंतु हरियाणा सरकार लगातार अनसुनी करती रही। विवश होकर 8 दिसंबर 2021 से हड़ताल चल रही है। आंगनवाडी वर्कर्स को नौकरी से निकाला गया है, मुकदमे दर्ज किए गए हैं, लेकिन हरियाणा सरकार घोषणाओं को लागू करने की बजाय दमन कर रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आंगनवाड़ी वर्करों की नेता गीता नागर, उषा रानी, सोना देवी, सुमन देवी, मंजू पहल, सुनीता, सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य सचिव हरि प्रकाश ने दावा करते हुए कहा कि कल पंचकूला चंडीगढ़ में 52 हजार आंगनवाड़ी वर्कर्स हरियाणा सरकार की दमनकारी नीतियों का डटकर मुकाबला करेंगे। मुकदमों एवं डिसमिस करने से आंगनवाड़ी वर्करों के हौसले कमजोर होने की बजाय और मजबूत हुए हैं तथा विधानसभा घेराव की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं, साधन कर लिए गए हैं। सर्कल वाइज, ब्लॉक वाइज वर्कर्स हैल्पर्स की लिस्टिंग करते हुए सभी की हाजिरी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक प्रधानमंत्री द्वारा अपने मन की बात में 2018 में दिवाली के तोहफे के रुप में वर्कर्स को 1500 हैल्पर्स को 750 सौ देने की घोषणा को लागू नहीं किया जाता।
2018 में ही हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा किए गए समझौते अनुसार वर्कर एवं हेल्पर्स को वर्कमैन मानते हुए कुशल, अर्धकुशल का वेतन देने वाले फैसले को लागू नहीं किया जाता। पोषण ट्रैकर वापस समेत 19 सूत्रीय मांगों के साथ-साथ बनाए गए झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं, निकाली गई तमाम आंगनवाड़ी वर्कर्स, हेल्पर्स, कार्यकर्ता, सहायिकाओं को लगातार सेवा एवं पूरे वेतन के साथ बहाल किया जाए। वरना आंदोलन अनिश्चितकालीन के लिए चलता रहेगा । प्रदर्शनकारियों को राममेहर शर्मा, जय भगवान दहिया, शिलक राम मलिक, विजेंद्र चहल, विनोद शर्मा, प्रताप सिंह, राजीव खत्री, संदीप तुर, विजेंद्र काद्यान, राजा भाई, जनवादी महिला समिति की प्रधान लक्ष्मी छिल्लर, किसान नेता श्रद्धानंद सोलंकी, ब्रहम सिंह दहिया के अलावा दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया और आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया।