- करीब तीन महीने से हडताल पर बैठी हैं आंगनवाडी वर्कर
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धरने पर शिव रात्रि मनाई
- कम सैलरी में अपने बच्चों का कैसे गुजारा करेंगी आंगनवाड़ी वर्कर
- वर्ष 1980 से काम कर रही हैं आंगनवाडी वर्कर, सहायक
रणबीर सिंह, सोनीपत। आंगनवाडी वर्कर, हेल्परों को पिछले 8 दिसंबर से लगातार धरना जारी है। आंगनवाडी वर्कर, गीता नागर, सोना देवी, अनीता, संतोष, उषा, कविता, छन्नो आदि ने कहा कि जब तक पीएम व सीएम द्वारा की गई घोषणाएं पूरी नहीं होगी, धरना जारी रहेगा। महाशिवरात्रि पर सभी आंगनवाडी बहनें उपवास रखें हुए हैं। सुबह मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद धरने पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो वे अपने परिवार के साथ धरने पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि धरने को ओर मजबूती दी जाएगी। आंगनवाडी वर्करों ने मन में ठान ली है कि अपनी मांगों को मनवाने के बाद ही धरने से उठेगी। पीओ व सुपरवाईजर राशन बांटने के लिए दबाव न बनाए।
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द आंगनवाडी वर्करों की मांगों का समाधान करें, ताकि धरना समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि आंगनवाडी वर्करों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है, इसके बावजूद भी आंगनवाडी वर्कर, हेल्पर धरने पर मजबूती के साथ डटी हुई हैं। तीन मार्च को पंचकूला में आयोजित रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी, जिसमें प्रदेशभर की तमाम आंगनवाडी बहनें बढ़ चढ़कर भाग लेगी। आंगनवाड़ी वर्कर कम सैलरी में अपने बच्चों का कैसे गुजारा करेंगी। प्रदेश की सरकार कहती कुछ है और करती कुछ ओर है। पंचकूला में तीन मार्च को आयोजित होने वाली रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों की अनदेखी कर रही है।
आंगनवाडी वर्कर, सहायक वर्ष 1980 से काम कर रही हैं, तीन महीने के अंदर जो भी त्यौहार आए हैं, सभी त्यौहार धरने पर ही मनाएं है। उन्होंने प्रदेश व केन्द्र सरकार से मांग की कि पीएम नरेन्द्र मोदी व सीएम खट्टर ने जो घोषणा की थी उसे लागू करे। आंगनवाडी वर्करों को सरकार कुशल और अर्धकुशल का दर्ज दें और वर्कर-हेल्पर को जो मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी उसे लागू करें। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी वे अपनी हडताल समाप्त नहीं करेगी। आंगनवाड़ी वर्करों ने महाशिवरात्रि के दिन भी सैकड़ों की संख्या में उपायुक्त कार्यालय धरना स्थल पर पहुंचकर, धरना/ प्रदर्शन किया।
उन्होंने दावा किया कि आज महाशिवरात्रि के दिन भी जिसे महिलाओं का त्योहार माना जाता है। सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स, हेल्पर्स, कार्यकर्ता , सहायिकाओं ने उपायुक्त कार्यालय सोनीपत पर हिस्सा लेकर साबित कर दिया है कि तमाम बाधाओं का मुकाबला करते हुए आंगनवाड़ी वर्कर्स प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा एवं मुख्यमंत्री द्वारा किए गए समझौते को लागू करवाए बगैर पीछे हटने वाली नहीं है। इसके लिए उन्हें चाहे जो कुर्बानी देनी पड़े। उन्होंने जोर देकर कहा कि हरियाणा सरकार महिलाओं को कमजोर समझने का असफल प्रयास कर रही हैं। मुकदमे दर्ज करवाने एवं नौकरी से डिसमिस करने से आंगनवाड़ी वर्कर्स किसी भी सूरत में डरने वाली नहीं हैं। आंदोलन को आखरी दम तक लेकर जाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि 3 मार्च को तालमेल कमेटी हरियाणा के आह्वान पर होने वाले विधानसभा घेराव में सोनीपत जिला से हजारों आंगनवाड़ी वर्कर्स हिस्सा लेंगे। फिर भी सरकार ने शुद्ध-बुद्धि नहीं ली तो तालमेल कमेटी आंदोलन को तेज करने का आह्वान करेगी। प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी, प्रताप सिंह, सेवानंद, ऑल इंडिया किसान सभा हरियाणा के उपाध्यक्ष श्रद्धानंद सोलंकी, भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष ब्रह्म सिंह दहिया, यूनियन नेता विमला, शर्मिला, कविता, सुषमा, विना, मोनिका, कविता, सुनीता, अनीता छिकारा आदि ने भी संबोधित किया और आखरी दम तक आंदोलन चलाने का आह्वान किया।