- –खाद्य उद्योग से जुडऩे वाले नए कारोबारियों को पीएम एफएमई स्कीम के तहत केन्द्र सरकार देगी लाभ
- खाद्य प्रंसस्करण एवं उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने निफ्टम में 05 करोड़ रूपये की परियोजनाओं को किया लोकार्पित
-प्रधानमंत्री से बात कर निफ्टम के लिए कराएंगे 200 करोड़ रूपये बजट की व्यवस्था : पशुपति कुमार पारस - केन्द्र सरकार की इस पहल से रोजगार के क्षेत्र में आएगी क्राति
-कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत द्वारा किए गए कार्यों की पूरा विश्व कर रहा है सराहना
-भारतीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने किया निफ्टम संस्थान का दौरा
-निफ्टम संस्थान के विभागाध्यक्षों के साथ केन्द्रीय मंत्री ने बैठक कर दिए दिशा-निर्देश
रणबीर सिंह, सोनीपत। भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कुण्डली स्थित राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) में पांच करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं को लोकार्पित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से विशेष बातचीत का आने वाले पांच वर्षों में निफ्टम के लिए 200 करोड़ रूपये के बजट की व्यवस्था कराएंगे। केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में निफ्टम का विशेष योगदान है। यहां पर पढाई करने वाले छात्र खाद्य प्रंसस्करण के क्षेत्र में अनेक रिसर्च कर रहे हैं जिससे आने वाले समय में किसानों और खाद्य उद्योग से जुड़े लोगों को बहुत अधिक फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने भी आत्मनिर्भर निर्माण में एक अच्छी स्कीम पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज स्कीम (पीएम एफएमई) की शुरूआत की है। जिसके तहत खाद्य उद्योग से जुडऩे वाले नई कारोबारियों को उद्योग शुरू करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा लाभ दिया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने शुक्रवार को कुण्डली स्थित राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) को दौरा किया। उन्होंने कहा कि पीएम एफएमई स्कीम के तहत प्रयोगशालाओं, गोदामों, कोल्ड स्टोरेज, पैकिंग और इनक्यूबेशन केंद्रों के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार दे रही है ऐसे सभी उद्यमियों को 35 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है।
अगर देश में खाद्य उद्योगों को बढावा मिलेगा तो इससे किसानों की आय बढने के साथ-साथ रोजगार के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। लोगों को ओर अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके चलते देश के सामने लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करना सबसे बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने वो कर दिखाया जो दुनिया को कोई भी विकसित देश नहीं कर पाया। भारत ने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन का निर्माण करते हुए देश में टीकाकरण अभियान की शुरूआत की। इस अभियान के तहत देश में अब तक लोगों को 150 करोड़ से अधिक कोरोना की डोज लगाई जा चुकी हैं। यही नहीं भारत ने विश्व के अनेक देशों को भी फ्री में कोविड वैक्सीन उपलब्ध करवाई।
भारत की इसी पहल को लेकर पूरा विश्व भारत की सराहना कर रहा है। इस दौरान सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि खाद्य प्रंसस्करण उद्योग को बढावा देने के लिए निफ्टम को देश व प्रदेश के सभी गांवों में कार्यक्रम करने चाहिए। ताकि केन्द्र सरकार द्वारा खाद्य उद्योग को बढावा देने के लिए जो स्कीमें लांच की जा रही है उनके बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके। गांवों में लोगों के सामने यह सबसे बड़ी चुनौती रहती है कि वे इस क्षेत्र में किस तरह कार्य करें और अपनी आय को बढा सके। इसलिए निफ्टम स्टॉफ जब गांवों का दौरा कर उन्हें इसके बारे में उचित जानकारी देंगे तो गांव के किसान व अन्य लोग भी इस क्षेत्र में कार्य करने में रूचि रख पाएंगे।
सांसद कौशिक ने कहा कि जब आप सभी गांव में जाएंगे और किसानों से बातचीत करेंगे तो किसानों को खाद्य वस्तुओं व अन्य पहलुओं पर आने वाली चुनौतियों के बारे में आपको पता चल सकेगा। जिसके कारण आप इन चुनौतियों को लेकर अघ्ययन कर सकेंगे और उन चुनौती को दूर करने के लिए कार्य करेंगे तो निफ्टम जैसे संस्थान किसानों की सहायता से कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाने का कार्य कर सकेंगे।