- -सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का निर्धारित समयावधि में करें समाधान
- -बुधवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित की गई सीएम विंडो तथा ई-ऑफिस की समीक्षा बैठक
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त ललित सिवाच ने ई-ऑफिस को गति देने के निर्देश देते हुए कहा कि आधुनिक दौर में इसकी सर्वाधिक आवश्यकता है। समय की बचत के साथ फाइल गुम होने का खतरा नहीं रहता। किसी भी समय अधिकारी फाइल निकाल सकते हैं। सभी दस्तावेज बेहद सुरक्षित रूप में रहते हैं। उपायुक्त सिवाच बुधवार को लघु सचिवालय में आयोजित सीएम विंडो तथा ई-ऑफिस की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि सभी विभाग ई-ऑफिस के माध्यम से ही फाइलों का आदान-प्रदान करें। फाइलों की भौतिक रूप से मूवमेंट न की जाएं।
जिन विभागों में ई-ऑफिस के माध्यम से फाइलों की मूवमेंट कम हो रही है, उन विभागों के विभागाध्यक्ष यह सुनिश्चित करें कि फाइलों की मूवमेंट ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से ही हो और भौतिक रूप से फाइलों को स्वीकार न किया जाए। उपायुक्त ने कहा ई-ऑफिस प्रणाली से न केवल विभागीय कार्य में पारदर्शिता आती है बल्कि इस प्रणाली फाइल प्रोसेसिंग में समय की भी बचत होती है। उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस कार्य में संबंधित विभागाध्यक्ष स्वयं रुचि लेकर गंभीरता से अपना दायित्व निभाएं, इस कार्य में किसी भी प्रकार की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर इस कार्य में कोई तकनीकी समस्या आ रही है तो नगराधीश कार्यालय, सीएमजीजीए या एनआईसी में जूनियर प्रोग्रामर को तुरंत अवगत करवाएं।
उपायुक्त ने सीएम विंडो की गंभीरता के साथ समीक्षा करते हुए लंबित शिकायतों को लेकर जवाब मांगा। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी शिकायत ओवरड्यू नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि निर्धारित समयावधि में शिकायतें अंडरटेक करते हुए समाधान करें। साथ ही उन्होंने कहा कि एटीआर (एक्शन टेकन रिपोर्ट) भी समय पर प्रेषित करें। संबंधित शिकायतों पर की जाने वाली कार्रवाई पोर्टल पर अपडेट करवायें। इसके अलावा उन्होंने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए और कहा कि आगे होने वाली बैठक में सीएम विंडो तथा ई-ऑफिस से संबंधित अधिकारी ही सभी रिपोर्टस के साथ बैठक में हिस्सा लें।