उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा के पीडि़तों की मदद के लिए जिला प्रशासन ने बढ़ाये विशेष कदम

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा के पीडि़तों की मदद के लिए जिला प्रशासन ने बढ़ाये विशेष कदम

  • – संकट के समय में हर संभव मदद का करना चाहिए प्रयास : उपायुक्त ललित सिवाच
    -पीडि़तों की सहायता के लिए बड़े स्तर पर भेजी जाएगी राहत सामग्री
    – संस्थाएं, समाजसेवी तथा उद्योगपति जिला प्रशासन को दें सहयोग
    -अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल को बनाया गया नोडल अधिकारी

रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के पीडि़तों की मदद के लिए जिला प्रशासन ने विशेष कदम बढ़ा दिये हैं। उपायुक्त ललित सिवाच ने कहा कि पीडि़तों की सहायता के लिए सोनीपत जिला से बड़े स्तर पर राहत सामग्री भेजी जाएगी। इसके लिए उन्होंने सामाजिक संस्थाओं, समाजसेवियों और उद्योगपतियों से अपील की है कि व कंधे से कंधा मिलाकर जिला प्रशासन का साथ दें।

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा के चलते बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। संकट की इस घड़ी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट़्टर के नेतृत्व में सोनीपत प्रशासन भी पीडि़तों के साथ खड़ा है। लघु सचिवालय में पीडि़तों की सहायता के उद्देश्य से गुरूवार को अधिकारियों तथा समाजसेवियों व व्यापारियों तथा उद्योगपतियों की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त ललित सिवाच कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संकट के समय में हर संभव मदद का प्रयास करना चाहिए। उत्तराखंडवासी इस समय गंभीर संकट में फंसे हुए हैं, जिनकी मदद के लिए हर किसी को आगे आना चाहिए।

उपायुक्त सिवाच ने कहा कि सोनीपत की ओर से उत्तराखंड राहत सामग्री भेजी जाएगी, जिसमें विशेष रूप से सूखा राशन शामिल है। साथ ही कंबल भी भेजे जाएंगे। सूखा राशन में एक परिवार के लिए एक पैकेट तैयार किया जाएगा, जो कि महिना भर के भोजन के लिए मददगार रहेगा। हजारों की संख्या में इस प्रकार के पैकेट तैयार किये जायेंगे, जिसके लिए प्रशासन जुटा हुआ है। एक पैकेट में पांच किलोग्राम आटा, पांच किलोग्राम चावल, दो किलोग्राम दाल, एक किलोग्राम नमक, एक किलोग्राम चीनी, ढ़ाई सौ ग्राम चाय पत्ती, 500 ग्राम सूखा दूध, एक पैकेट माचिस व एक पैकेट धनिया तथा मसाले (हलदी, मिर्च, जीरा, धनिया इत्यादि) शामिल रहेंगे।

उपायुक्त ने राहत सामग्री के प्रबंध व प्रेषण के लिए अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने समाजसेवियों तथा संस्थाओं और उद्योगपतियों का आह्वान किया कि वे सीधे उनसे अथवा नोडल अधिकारी से इस संदर्भ में संपर्क साध सकते हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्रातिशीघ्र राहत सामग्री का प्रबंध करना है, ताकि जल्द से जल्द पीडि़तों की मदद की जा सके। राहत सामग्री गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपनी आस्था व श्रद्धानुसार लोग मदद करें। यह पीडि़तों के लिए गंभीर संकट का समय है, जिसमें उनकी अधिकाधिक सहायता करनी चाहिए। उपायुक्त सिवाच ने प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों को भी राहत सामग्री जुटाने के संदर्भ में विशेष दिशा-निर्देश दिए।

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