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-27 जून को बूथों पर तथा 28-29 जून को घर-घर जाकर पिलायेंगे पोलियो ड्रॉप्स
– पोलियो अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल को अपनायें अनिवार्यता के साथ : उपायुक्त
– मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए एकजुटता के साथ करें हर संभव प्रयास सिवाच
– डेंगू व मलेरिया को रोकने के लिए न हो कहीं भी पानी का जमावड़ा
-उपायुक्त ने पोलियो की जागरूकता तथा डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए दिए जरूरी दिशा-निर्देश
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त ललित सिवाच ने कड़े निर्देश दिए कि पांच वर्ष की आयु तक के हर बच्चे को पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाए। हरियाणा के संवेदनशील जिलों में सोनीपत भी शामिल है। अत: पोलियो जागरूकता अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस बार 63 हजार बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके तहत 27 जून को बूथ स्तर पर तथा 28-29 जून को घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएगी।
उपायुक्त सिवाच लघु सचिवालय में आयोजित पोलियो जागरूकता अभियान के तहत जिला टास्क फोर्स तथा जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। पहले उन्होंने पोलियो अभियान को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि पोलियो ड्रॉप्स पिलाते समय कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना अनिवार्यता से की जाए। पोलियो ड्रॉप्स पिलाने वाली टीम हाथों में दास्ताने अवश्य पहनें और किसी भी बच्चे को छुएं नहीं।
उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश व जिला में पोलियो का कोई भी मामला नहीं है। इस स्थिति को बनाये रखना है, जिसके लिए अभियान की शत-प्रतिशत सफलता जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि झुग्गियों व स्लम बस्तियों तथा ईंट भट्ठों पर विशेष रूप से अभियान की सफलता सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित विभाग बेहतरीन तालमेल के साथ कार्य करें। उपायुक्त ने मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए भी कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया बेहद गंभीर बीमारी है। इन पर पूर्ण नियंत्रण के लिए हर संभव कोशिश की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कहीं भी पानी का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। विभागीय स्तर पर अधिकारी निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें।
उन्होंने हरियाणा रोडवेज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने डिपुओं व केंद्रों में सुनिश्चित करें कि टायरों में पानी खड़ा न रहे। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को फोगिंग करवाने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि वे घर-घर टीम भेजकर पानी की टंकियों, कूलर, गमलों इत्यादि की जांच करें। कहीं भी पानी की जमावड़ा नहीं होना चाहिए। उन्होंने निजी अस्पताल संचालकों को निर्देश दिए कि वे डेंगू की जांच सरकारी अस्पताल की लैब में करवायें, जिसके लिए कमरा नंबर-206 में लैब स्थापित की गई है। इसके अलावा उन्होंने जागरूकता व बिमारियों की रोकथाम के लिए अन्य जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।