- उपायुक्त ने ट्रिटिड वेस्ट वाटर स्कीम के तहत संबंधित अधिकारियों की बैठक लेते हुए दिए जरूरी दिशा-निर्देश
रणबीर रोहिल्ला, श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। जल संरक्षण को समर्पित उपायुक्त मनोज कुमार ने पानी की हर एक बूंद के सदुपयोग पर बल दिया है। उन्होंने निर्देश दिए कि गंदे पानी का शुद्धिकरण करने उपरांत उसका विभिन्न कार्यों के लिए उपयोग करें। इसके लिए उन्होंने स्थापित किये जा रहे एसटीपी तथा सीटीपी की प्रगति रिपोर्ट लेते हुए समयबद्धता के साथ कार्य को पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।
सोमवार को ट्रिटिड वेस्ट वाटर स्कीम के तहत बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त कर रहे थे। उन्होंने जिले में विभिन्न स्थानों पर स्थापित किये जा रहे विभिन्न एसटीपी-सीटीपी की प्रगति रिपोर्ट तलब करते हुए गंभीरता से मंथन किया। एसटीपी खरखौदा, सीटीपी बड़ी-गन्नौर, एसटीपी राठधना इत्यादि से संभावित पानी की शुद्घिकरण को लेकर उन्होंने चर्चा की। उन्होंने संभावनाएं तलाशी की गंदे पानी को शुद्ध करने के उपरांत उसका प्रयोग कहां-कहां किस प्रकार से किया जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि गंदे पानी की निकासी व शुद्धिकरण के लिए मजबूती से प्रयास किये गये हैं, जिसके तहत एसटीपी स्थापना का कार्य गति पर है। एसटीपी राठधना में बड़े स्तर पर गंदे पानी का शुद्धिकरण किया जाएगा, जिसका उपयोग ग्रीन बेल्ट के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमरूत 2.0 में भी इस दिशा में विशेष कदम बढ़ाये जा रहे हैं। इससे विभिन्न क्षेत्रों में गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने ड्रेन नंबर-6 को लेकर भी चर्चा करते हुए इसका निरीक्षण करने की बात कही।