हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठे शिवालय
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। देशभर में आज महाशिव रात्रि की धूम देखने को मिली। सोनीपत में भी मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है, मंदिरों में भक्तों ने शिव पार्वती का जलाभिषेक कर शिवरात्रि पर को मनाया। महाशिवरात्रि पर्व पर सोनीपत के मंदिरों में भी अलसुबह से ही शिव भक्तों का तांता लगा रहा। शिव भक्तों ने सोनीपत के नागेश्वर धाम, शंभू दयाल मंदिर, गोपाल कीर्तन भवन मंदिर, भक्तों ने शहर के शंभूदयाल शिवालय, अग्रवाल धर्मशाला मंदिर, मिशन चौक मंदिर, भूरेबाबा मंदिर, गीता भवन मंदिर, बड़ा बाजार, गंज बाजार, चिंतपूर्णी, शिव धाम, शास्त्री पार्क मंदिर, सिटी थाना शिव मंदिर इत्आदि मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया महाशिव रात्रि पूरे जिले में हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया गया। सोनीपत के सभी मंदिरों में सुबह तडक़े से ही भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाइन लग गई थी।
श्रद्धालुओं की मान्यता है कि महाशिव रात्रि का दिन महाशुभ होता है। इस दिन मंदिर में भक्तिभाव से मांगा हुआ वरदान महादेव पूरा करते हैं। महाशिव रात्रि पर अपनी बुराईयों को त्याग कर अच्छाइयों को ग्रहण करने का पर्व माना जाता है। इस पर्व पर शिव की आराधना कर परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इससे समस्त प्रकार की बाधाओं से छुटकारा मिलता है। इसलिए इस दिवस पर भगवान शिव के समक्ष अपने पापों का त्यागकर व मन की बुराईयों को भुलाकर अच्छी सोच विचार को अपनाना चाहिए। इस दिन उपवास करने से मन की मुराद पूरी होती है।
भगवान भोले नाथ को खुश करने के लिए हरिद्वार से कावंड लेकर आए शिवभक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर बेल-पत्र, दूध, शहर, घी, धूप, दीप व अगरबत्ती आदि चढ़ाकर पूजा अर्चना की। शिव भक्तों ने मंदिरों में महाशिवरात्रि के पर्व पर गंगाजल और पंचामृत से जलाभिषेक किया। शिव भक्तों की माने तो महाशिवरात्रि पर्व पर विधि विधान से पूजा करने से शिव अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। गोपाल कीर्तन भवन मंदिर के पुजारी पवन कुमार ने बताया कि शिव रात्रि पर मंदिर में सुबह से भगवान शिव शंकर का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। नागेश्वर मन्दिर के पुजारी विक्रम मुदगिल न बताया कि हरिद्वार से कावड़िया जल लाकर जलाभिषेक कर रह है और मंदिरों में काफ़ी भीड़ है।