महारैली में परिवार सहित पहुंचेंगे पेंशन विहिन कर्मचारी-अधिकारी
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। पेंशन बहाली संघर्ष समिति जिला सोनीपत द्वारा विभिन्न विभागों का दौरा कर कर्मचारियों व अधिकारियों को पेंशन संकल्प महारैली जींद में पहुंचने के लिए आमंत्रित किया। जिसमें जिला खजाना विभाग, जिला जन सूचना कार्यालय तथा पटवारियों के घरने पर पहुंच कर उनको समर्थन दिया तथा जागरूकता अभियान के लिए पहुचें।
इस अवसर पर प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान ने कहा कि पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा प्रस्तावित पेंशन संकल्प महारैली जींद 11 फरवरी एतिहासिक होगी, क्योंकि इस महारैली में पेंशन विहिन कर्मचारी व अधिकारी अपने परिवार सहित पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीबीएसएस के राज्याध्यक्ष विजेन्द्र धारीवाल के नेतृत्व में जींद की ऐतिहासिक धरती पर प्रत्येक जिले से हजारों की संख्या में कर्मचारी पहुंचेंगे। सरकार द्वारा पेंशन बहाल ना करने के कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। पुरानी पेंशन के लिए कर्मचारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के नेतृत्व में कई साल से संघर्ष कर रहे हैं।
पुरानी पेंशन कर्मचारी का संवैधानिक अधिकार है। एक कर्मचारी अपने जीवन के 30-35 वर्ष सरकारी सेवा में लगाता है, उसके उपरांत सेवानिवृत्त होने पर नई पेंशन योजना में वह महिने की 1000 या 1200 पेंशन लेकर घर लोटेगा तो वृद्धावस्था में कहा से गुजारा होगा, जबकि जीवन भर की जमापूंजी भी सरकार ने शेयर बाजार के हवाले कर दी है। जिसकी वापसी की भी काई गारंटी नहीं, जबकि एक दिन का विधायक व सांसद पुरानी पेंशन पाता है, साथ ही जितनी बार भी विधायक या सांसद बनेगा उतनी ही पेंशन उन्हें मिलेगी। उन्होंने कहा की चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी कर्मचारियों को पेंशन बहाली का वायदा किया था पर सरकार बनते ही उसे भुला गए। पेंशन महारैली की तैयारी पूरे प्रदेश में चल रही है, सभी ज़िलों में पेंशन बहाली संघर्ष समिति के कार्यकर्ता जनजागरण अभियान में जुटें हुए हैं। हर विभाग में बैठक कर कर्मचारियों को आमंत्रित किया जा रहा है।