रणबीर सिंह, सोनीपत। भारत महापुरुषों का देश है, महापुरुषों की इस उज्जवल परंपरा के प्रकाश को वर्तमान तक पहुंचने वाले तेजस्वी व्यक्तित्व के धनी प्रवर्तक सुभद्र मुनि महाराज। प्रवर्तक श्रीजी का जीवन समन्वय, क्षमा, एकता, सरलता, सुख और स्नेह का प्रयार करने वाला है। उनका जन्म हरियाणा के रिण्ढाणा ग्राम में 12 अगस्त सन 1951 को हुआ था। बचपन में ही वह देश के विख्यात जैन संत योगीराज रामजी लाल महाराज एवं चौदह भाषाओं के विद्वान गुरुदेव राम कृष्ण महाराज के चरणों में आ गए थे। हरियाणा के जींद क्षेत्र में 16 फरवरी सन 1964 को उन्होंने जैन मुनि दीक्षा ली। प्रवर्तक श्री का व्यक्तित्व श्वेतांबर स्थानकवासी जैन परंपरा से जुडा होने पर भी दुनिया के कल्याण हेतु समर्पित है।
सभी धर्मों के आधार शास्त्रों का उन्हें गहरा ज्ञान है, उन्होंने जन कल्याण के लिए सौ से भी अधिक पुस्तक लिखी है। उनकी मीठी और ज्ञान भरी वाणी सुनकर लाखों लोगों ने अपने जीवन को धर्म के साथ जोड़ा है, भगवान महावीर ने अहिंसा का जो सिद्धांत विश्व को प्रदान किया था, उसे विविध रूपों में प्रवर्तक श्री ने साकार किया है। जप, तप की कल्याणकारी साधना से प्रवर्तक श्रीजी का जीवन एकाकार है। उनकी प्रेरणा पाकर अनेक साधकों ने निरंतर तप साधनाएं सहजता के साथ संपन्न की है। प्रवर्तक श्री स्वयं भी समय-समय पर उपवास आयम्बिल आदि साधनाओं के अलावा सन् 1970 से आज तक लगातार प्रत्येक सोमवार को मौन की साधना करते आए हैं। उनके द्वारा बताए गए मंत्रों का जाप करते हुए अनेक श्रद्धालु अंधविश्वासों के शिकार होने से बचे हैं और उनके जीवन से दुख का अंधकार दूर हुआ है।
उनकी प्रेरणा से अनेक स्थानों पर मुफ्त चिकित्सा शिविर लगते रहे हैं, अनेक विद्यालय, पुस्तकालय, अस्पताल, औषधालय, आदि संचालित होते रहे हैं, इस प्रकार अहिंसा को जन कल्याण का प्रत्येक स्वरूप मिलता रहा है। ऐसे गुरुदेव के पावन चरणों में कोटि-कोटि वंदन नमन। श्री एसएस जैन सभा गुड़मंडी सोनीपत महामंत्री त्रिलोक चंद जैन, मंत्री नरेश जैन व प्रेस प्रवक्ता वकील जैन ने बताया रविवार 13 तारीख को प्रवर्तक श्री सुभद्र मुनि महाराज का 73वां जन्म महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसमें मुकेश मुनि द्वारा श्री भक्तामर जी का सामूहिक पाठ किया जाएगा। जिसमें अनेक भक्तजन भाग लेंगे। कार्यक्रम का स्थान श्री शांतिनाथ दिगंबर मंदिर मिशन रोड गुडमंडी सोनीपत रहेगा।