- प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेट, नहीं तो भूख हड़ताल पर बैठेंगे विधायक, मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर व सभी पार्षद
रणबीर सिंह, सोनीपत। सोनीपत नगर निगम में अधिकारियों की नाकामी एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ नगर निगम सोनीपत में सांकेतिक धरना दिया गया। धरने पर सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार ने पहुंचकर धरने का समर्थन किया। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि यदि प्रशासन द्वारा 15 दिन में शहर की सड़कों की हालत, सफाई व्यवस्था, पेयजल समस्या, जलभराव समस्या, ड्रेन के कार्य को पूरा करवाना, भ्रष्टाचार पर लगाम कसना, पानी निकासी का उचित प्रबंधन करवाना, प्रोपर्टी आईडी में खामियों को ठीक करना, विकास कार्यों को तेज गति से करवाना सहित सोनीपत के विकास कार्यों से संबधित अन्य समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह सभी षार्षदों के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगे। धरने पर मेयर निखिल मदान, सीनियर डिप्टी मेयर राजीव सरोहा, डिप्टी मेयर मनजीत गहलावत, पार्षद बिजेंद्र मलिक, पार्षद सुरेंद्र नैय्यर, पार्षद सूर्या दहिया, पार्षद नवीन तंवर, पार्षद प्रतिनिधि राजेश दहिया, पार्षद प्रतिनिधि अनिल नागर मुख्य रूप से मौजूद रहे।
विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर व सभी कांग्रेसी पार्षदों ने जो धरने का निर्णय लिया है, यह बड़ा ही मजबूरीवश कदम है। जब निगम प्रशासन द्वारा शहर के विकास कार्यों को तवज्जों नहीं दी जा रही, तब यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह शहर के विकास कार्यों को गति देने के लिए निष्पक्ष भाव से काम करे। लेकिन आज आप देख सकते है कि नगर निगम सोनीपत क्षेत्र में हल्की सी बारिश आते ही नगर निगम क्षेत्र जलमग्न हो जाता है, यदि निगम प्रशासन एक सुनियोजित तरीके से जलभराव की निकासी की योजना बनाए तो क्या जलभराव की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है, लेकिन स्थिति बिल्कुल विपरित है। बरसाती पानी की निकासी के लिए नाले बनाए गए थे, लेकिन आज नालों की कोई सुध नहीं ले रहा है, कहीं पर नाले टूटे पड़े है, कही पर नाले बंद है।
निगर निगम में प्रोपर्टी आईडी में सुधार, नो ड्यूज सर्टिफिकेट सहित अन्य कार्यों के लिए शहरवासी धक्के खाने को मजबूर है, समय पर उनका कार्य नहीं किया जा रहा। सरकार व प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, जो एक छोटे से कार्य के लिए लोगों को चक्कर कटवाते है। उन्होने बताया कि आज शहर की सड़के खस्ता हालत में है, लेकिन नगर निगम द्वारा सड़कों को नहीं बनाया जा रहा, जिसकी वजह से शहरवासी परेशान है। आईटीआई चौक से बंदेपुर तक सड़के में कई-कई फीट के गड्डे बने हुए है, लेकिन एक विभाग दूसरे विभाग पर कार्य को टाल रहा है, इसका खामियाजा शहरवासी भुगत रहे है। जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए है, इनका भी स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है।
सिर्फ कागजों तक योजना सीमित रहती है। शहर के बीच से गुजर रही ड्रेन नम्बर-6 को कवर करने का कार्य अधर में लटका हुआ है, लेकिन अधिकारी गंभीरता से कार्य को नहीं ले रहे, जिसकी वजह से योजना में अधर में लटकी हुआ है। धरने पर निर्णय लिया गया है कि यदि 15 दिन के अंदर नगर निगम प्रशासन द्वारा उक्त समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो सभी भूख हड़ताल पर बैठेंगे। सोनीपत के साथ भेदभाव व विकास कार्योँ में कोताई बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान भलेराम जांगड़ा, कमल हसीजा, डॉ राकेश नरवाल, बिन्नी भारद्वाज, प्रिंस सरोहा, फूलकंवार चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।