- किसानों को दें बेहतरीन सुविधाएं
गेहूं रखाव के लिए हरियाणा वेयर हाऊस के गोदामों को मिली एफसीआई की अनुमति
मंडियों में आवक, खरीद और उठान का कार्य सुचारू रूप से जारी, गेहूं रखाव के लिए पर्याप्त क्षेत्र मौजूद
रणबीर सिंह, सोनीपत। उपायुक्त ललित सिवाच ने निर्देश दिए कि मंडियों व खरीद केंद्रों में गेहूं की आवक के साथ ही तुरंत खरीद और उठान का कार्य करें, जिसमें किसी भी प्रकार की कोई देरी नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अपनी फसल लेकर आने वाले किसानों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। किसानों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवाना जारी रखें। इस संदर्भ में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) बिंशल सहरावत ने कहा कि उपायुक्त के दिशा-निर्देशों की पूर्ण ईमानदारी के साथ पालना की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिला में गेहूं की आवक के साथ-साथ खरीद और उठान का कार्य तीव्रता से किया जा रहा है। उठान कार्य लगातार वृद्घि की ओर अग्रसर है। शुरुआत में करीब 38 प्रतिशत उठान कार्य था, जो शनिवार तक 43 प्रतिशत पहुंच गया था। अब सोमवार की सांयकाल तक उठान का कार्य 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। इसके उपरांत आगामी एक-दो दिनों में उठान कार्य में और तीव्रता आएगी, क्योंकि एफसीआई ने अब हरियाणा वेयर हाऊस के गोदामों में भी गेहूं रखाव की अनुमति प्रदान की कर दी है, जिसकी क्षमता 10 हजार मिट्रिक टन की है। इससे उठान कार्य में विशेष रूप से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
डीएफएससी सहरावत ने एफसीआई से मांग की कि डीएफएससी और हैफेड के गोदामों को भी गेहूं फसल रखाव की पूर्ण अनुमति दी जाए, जिससे उठान का कार्य पूर्ण गति पकड़ेगा। डीएफएससी की क्षमता 45 हजार मिट्रिक टन की है जबकि फिलहाल उन्हें पांच हजार मिट्रिक टन रखाव की ही अनुमति मिली है। इसी प्रकार हैफेड के पास अभी 51 हजार मिट्रिक टन गेहूं रखाव की जगह उपलब्ध है, जिसका लाभ उठाकर उठान कार्य को विशेष रूप से गति दी जा सकती है। एफसीआई अपने ही गोदामों में गेहूं का रखाव कर रहा है। साथ ही एफसीआई फसल में सफाई की कमी बताकर फसलों को वापस मंडियों में भेज रहा है।
इस कारण उठान कार्य की गति में अवरोध आया। इसलिए किसानों व आढ़तियों को चाहिए कि वह फसल साफ करें। मंडी में फसल लाने से पहले अच्छी प्रकार से सफाई करें। मंडी में आने के बाद आढ़ति भी झरना लगवायें ताकि फसल पूरी तरह साफ हो सके। डीएफएससी बिंशल सहरावत ने कहा कि गत वर्ष की तुलना में इस बार इस समयावधि तक करीब 90 हजार मिट्रिक टन गेहूं की आवक अधिक हुई है। इसके बावजूद उठान और खरीद कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। किसानों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या पेश नहीं आने दी जा रही। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 23 अप्रैल रविवार तक जिला में करीब 2 लाख 30 हजार मिट्रिक टन गेहूं आया था, जबकि इस बार आवक 2 लाख 85 हजार के करीब है।
उन्होंने आशा जताई कि इस बार जिला में गेहूं की कुल आवक 3 लाख 20 हजार मिट्रिक टन के करीब हो सकती है, जबकि गत वर्ष कुल आवक 2 लाख 38 हजार मिट्रिक टन हुई थी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के नेतृत्व में पूर्ण इंतजाम किये गये हैं। सुचारू रूप से उठान तथा रखाव के प्रबंध किये जा चुके हैं। इस दौरान हैफेड के डीएम उमाकांत ने कहा कि उपायुक्त ललित सिवाच ने गेहूं की आवक के साथ ही खरीद और उठान के बेहतरीन प्रबंध सुनिश्चित किए हैं। जिला में सुचारू रूप से गेहूं की आवक, उठान व खरीद का कार्य किया जा रहा है। एफसीआई से उठान के लिए लिंकेज की मांग की गई है, जिससे कि डीएफएससी और हैफेड के गोदामों का भी गेहूं रखाव के लिए उपयोग किया जा सकेगा। जिला में गेहूं रखाव के लिए पर्याप्त क्षेत्र मौजूद है।