लिटल एंजल्स स्कूल में हर्षोल्लास से मनाया वैसाखी का त्यौहार
रणबीर सिंह, सोनीपत। लिटल एंजल्स स्कूल में वैसाखी व अम्बेडकर जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या आशा गोयल, उपप्रधानाचार्या गीता अरोड़ा व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। वैसाखी व अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में विद्यालय में एक सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम छात्रों ने बैसाखी का प्रसिद्ध गीत गाया। इसके पश्चात् अध्यापिका इंदु शर्मा ने अपने भाषण में कहा कि वैसाखी का पर्व हर्षोल्लास का पर्व है इस दिन सिक्खों के दसवें व अन्तिम गुरु गुरू गोविन्द सिंह जी ने खालसा पंथ की नींव रखी थी। उन्होंने डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन के बारे में भी बताया। प्रधानाचार्या आशा गोयल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वैसाखी एक कृषि पर्व है, किसान खेतों में खड़ी फसलों की कटाई वैसाखी के दिन ही शुरू करते हैं।
उन्होंने किसानों के कठिन परिश्रम के बारे में बताते हुए कहा कि कठिन परिश्रम से ही सफलता के शिखर पर पहुंचा जा सकता है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय संविधान का जनक माना जाता है। वे एक ओजस्वी लेखक व यशस्वी वक्ता थे। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने दलित समाज के उत्थान के लिए बहुत कार्य किया। जिसके कारण उन्हें दलित समाज आज भी अपना भगवान मानता हैं। अंत में विद्यार्थियों द्वारा गिद्दे व भांगड़ा प्रस्तुत किया गया। जिसने वहां उपस्थित सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इस रंगारंग कार्यक्रम से विद्यालय का सम्पूर्ण वातावरण महक उठा। विद्यालय की प्रधानाचार्या आशा गोयल व उपप्रधानाचार्या गीता अरोड़ा ने सभी को वैसाखी की बधाई दीं। उन्होंने कहा कि इन त्यौहारों से हमें सीखना चाहिए कि हम सभी आपस में भाईचारे से रहें और एकता बनाए रखें।