रणबीर सिंह, सोनीपत। भागवत कथा स्वयं ही भगवान स्वरूप है, सभी समस्याओं का समाधान करती है, जीवन का कल्याण व उत्थान करती है। आवश्यकता केवल भागवत कथा को श्रवण कर, चिंतन मनन करके आत्मसात करने की। भागवत से मिले संदेशों को जीवन में उतारने की कोशिश करें। उक्त विचार पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता जैन ने भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली गई कलश यात्राओं में भाग लेने के बाद व्यक्त किए। कलश यात्रा में महिलाओं ने नाचते गाते भागवत भगवान का पूजन किया।
कविता जैन ने कहा कि भागवत कथा में सभी ग्रंथों का सार है, इसलिए इसे सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ माना जाता है। इसका पाठ करने से पुण्य मिलता है और पापों का नाश होता है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 माह में 50 से ज्यादा भागवत कथाओं का आयोजन शहर में हो चुका है। इसलिए इसे भागवत नगरी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। कार्यक्रम में कीर्ति बल्लव, विष्णु दत्त, सुनील बडोला, मोहन सिंह अधिकारी, रामलाल नोटियाल, रमेश बिष्ट, गब्बर सिंह, अमित मुंडेपी, यशपाल अरोड़ा, नवीन तनेजा, विनोद मुंजाल, चंदा भैया, रोहित बजाज, आशीष ठक्कर, सुरेंद्र मुटरेजा, अश्वनी शर्मा, पप्पी नागपाल एवं अन्य मौजूद रहे।