- शहरी तर्ज पर सफाई के लिए गांवों में घर-घर जाकर उठाया जाएगा कूड़ा : देवेंद्र सिंह बबली
-गांवों में चिन्हित 3000 सरकारी बिल्डिंगों का सदुपयोग कर बनायेंगे पुस्तकालय-जिम-महिला संस्कृति केंद्र
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने गांवों की कायापलट का खाका किया प्रस्तुत
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने गांवों की ओर लौटने के साथ गांवों की कायापलट का खाका प्रस्तुत करते हुए कहा कि हमारा देश सही मायनों में गांवों में बसता है। पंचायतों के रूप में छोटी सरकार का गठन हो चुका है। चुने गए जनप्रतिनिधियों को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रयास करना चाहिए, जिसमें निष्पक्षता व सकारात्मक सोच के साथ चहुंमुखी विकास जरूरी है। इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी, जिसमें जनप्रतिनिधियों को संकल्प लेना होगा कि वे सारे पैसे का सदुपयोग करवाते हुए गांवों के विकास को नये आयाम देेंगे।
डीसीआरयूएसटी में शनिवार को जिला स्तरीय पंचायती राज सम्मेलन के अंतर्गत जनप्रतिनिधि संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली पार्षदों तथा सरपंचों व ब्लॉक समितियों के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि शिक्षित समाज की मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। इसके लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। पढ़ी-लिखी पंचायतें चुनी गई है, जिससे शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विशेष चर्चा कर गांवों में पुरानी बनी सरकारी बिल्डिंगों के सदुपयोग की ओर कदम बढ़ाये जा रहे हैं।
ग्राम सभाएं बुलाकर हरियाणा में ऐसी 3700 बिल्डिंगों की सूची तैयार की गई, जिनमें से 3000 बिल्डिंग चिन्हित की जा चुकी हैं जिनमें पुस्तकालय तथा जिम और महिला संस्कृति केंद्र स्थापित करने के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। गांवों में ई-पुस्तकालय को भी स्थापित किया जाएगा। साथ ही कोचिंग की व्यवस्था भी करवायेंगे, ताकि ग्रामीण युवाओं को अध्ययन के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में न जाना पड़े। विकास एवं पंचायत मंत्री ने जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। एनजीटी के दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना करें और गांवों में सफाई की अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि शहरी तर्ज पर अब गांवों में भी घर-घर से कूड़ा उठाने का कार्य किया जाएगा, जिसके लिए टेंडर लगायेंगे।
जनप्रतिनिधि इस दिशा में अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करें और कहीं भी कूड़े के ढ़ेर न लगने दें। गांवों का विकास केवल गली-नाली तक सीमित नहीं है। उन्होंने जल जीवन मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि हर घर जल पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास किये गये हैं। साथ ही जलभराव की समस्या के भी स्थाई समाधान के प्रयासों को गति दी गई है। इसके लिए 3500 गांव तथा 18 हजार तालाब चिन्हित किये गये हैं। उन्होंने आह्वान किया कि गांवों में पानी व्यर्थ न बहने दें। पानी बचाएं और हरियाली बढ़ायें। पंचायती भूमि पर फलदार वृक्ष लगायें जिससे ग्राम पंचायतों की आमदनी भी बढ़ेगी। पंचायतों की आय बढ़ाने के लिए भी विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
गांवों की फिरनियों पर कैमरे व लाइट लगवाई जाएगी
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि सोलर प्लांट लगाकर गांवों में विद्युत उत्पादन किया जा सकता है। बिजली बिल पर दो प्रतिशत सैस तथा रजिस्ट्रियों का एक प्रतिशत हिस्सा गांवों के विकास पर लगेगा। तालाबों में मछली पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि योजनाएं सरकार की हैं जिन्हें जनप्रतिनिधियों को लागू करवाना होगा। अंतिम श्रेणी के परिवारों के उत्थान के लिए प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चिरायु योजना की अनुकरणीय शुरुआत की है, जिससे करीब 29 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
इससे हरियाणा की लगभग आधी आबादी को नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी। गांवों की फिरनियों पर कैमरे व लाइट लगवाई जाएगी, जिसके शुरुआत में 1000 किलोमीटर फिरनी पर यह कार्य किया जाएगा। सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों को करोड़ों रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी, जिसके तहत ग्राम पंचायत को 11 लाख, सरपंच चुने जाने पर 5 लाख तथा पार्षद चुने जाने पर भी 5 लाख और ब्लॉक समिति सदस्य चुने जाने पर 2 लाख रुपये की राशि देने का प्रावधान किया गया है। गांवों में आधुनिक ग्राम सचिवालय बनाये जायेंगे। साथ ही पार्क, जिम, कॉमन सर्विस सेंटर, खेलों की सुविधा इत्यादि की व्यवस्था भी करेंगे, जिसके लिए गांव को जमीन देेनी होगी। म्हारा गांव जगमग गांव योजना का भी पूर्ण लाभ उठायें।
जनता का पैसा जनता की सुविधाओं पर ही लगना चाहिए
विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि जीरो टोलरेंस की नीति के साथ विकास को आयाम देने का काम किया जाएगा। पहले की बातें थी कि एक रुपया भेजने पर 25 पैसा भी सही प्रकार से खर्च नहीं होता। अब एक रुपया भेजेंगे तो उसे विकास पर जनहित में पूरा लगाया जाएगा। यह जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों को लेनी होगी। परंपरा बदली है। जनता का पैसा जनता की सुविधाओं पर ही लगना चाहिए। राजनीति जनसेवा के लिए बेहतरीन प्लेटफार्म है। सौभाग्यशाली लोगों को जनसेवा का अवसर मिलता है। योजनाओं-परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जनप्रतिनिधि संकल्प लें।
साथ ही उन्होंने प्रोत्साहन दिया कि बहनों को जनप्रतिनिधि के रूप में चुना गया है तो उन्हें स्वयं जिम्मेदारी संभालनें। बहनों ने घर संभाल लिया है तो वे देश-प्रदेश और पंचायतें भी स्वयं चला सकती हैं। बहनों को आगे बढ़ायें। बहन-बेटियों ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। इसके पहले उपायुक्त ललित सिवाच ने पंचायत मंत्री का स्वागत करते हुए भरोसा दिया कि विकास के कार्य आपसी तालमेल से ही करवायेंगे। उनके निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जाएगी। साथ ही उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के शांतिपूर्ण चुनाव के लिए भी चुने गए जनप्रतिनिधियों का विशेष धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि 316 सरपंच, 193 ब्लॉक समिति के सदस्य तथा 24 जिला पार्षद और करीब 3492 पंच चुने गए हैं।
जनप्रतिनिधियों के पास जाकर स्वयं लिए मांगपत्र
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने जनप्रतिनिधि संवाद कार्यक्रम में गांवों के अत्याधुनिक विकास के संकल्प के साथ जनप्रतिनिधियों की सुनवाई को प्राथमिकता दी। उन्होंने आगे बढक़र स्वयं जनप्रतिनिधियों के पास जाकर उनके मांगपत्र लिए। उन्होंने भरोसा दिया कि विकास कार्यों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। वे विकास के लिए पैसा भेजेंगे, जिसके शत-प्रतिशत सदुपयोग का प्रयास जनप्रतिनिधियों को करना होगा। जनप्रतिनिधि समयबद्धता व गुणात्मकता के साथ विकास कार्य करवायें।