- -कार्तिक पूर्णिमा का सतकुंभा स्नान का महत्व गंगा, यमुना, सरस्वती जैसा
- -सतकुंभा पर पूर्णिमा पर भंडारा लगेगा
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सतकुंभा धाम के पीठाधीश्वर श्रीमहंत राजेश स्वरुप महाराज के परम सांनिध्य में जिम्मेदारी संभाल रहे प्रबंधक सूरज शास्त्री ने बताया कि 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। इस दिन सिद्ध पीठ सतकुंभा धाम पर मेला लगेगा। विभिन्न क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। कार्तिक पूर्णिमा का माह स्नान जिसे गंगा स्नान भी कहते हैं। इस महान अवसर पर सप्त ऋषियों की तपस्थली पर किया जाने वाला स्नान गंगा स्नान के बराबर मान्यता रखता है। यहां हजारों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है।
सूरज शास्त्री ने बताया कि कार्तिक के स्नान का बहुत बड़ा महात्मय है। हमारी जो मां, बहन, बेटियां हैं, बच्चियां हैं। गांव में कार्तिक का स्नान करती थी। अभी भी स्नान करते हैं। प्रात: चार बजे उठकर के स्नान करना इस तरह से पूरा जो स्नान और भगवान के नाम का होता है। कार्तिक का हमारे सनातन धर्म में बहुत महत्व है। गंगा, यमुना, सरस्वती पर पूरे भारतवर्ष में मेले लगते हैं। यहां सतकुभा पर लगने वाले मेले में श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की निशुल्क व्यवस्था रहेगी। विशेष पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालु हैं उनके लिए यहां पर विद्वान पंडित शास्त्री पूजा करवाएंगे। महंतश्री राजेश स्वरुप महाराज का आशीर्वाद मिलेगा और सबके लिए प्रसाद की सेवा की जाएगी।