- सदियों से साधु संतों ने आध्यात्मिक जागृति पैदा करने का कार्य किया
- राष्ट्रीय स्वम सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन भागवत पहुंचे मुरथल में श्रीराम कृष्ण साधना केन्द्र
- साधु संतों ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया है और वह देश के प्रति हमेशा से ही अच्छा करते रहे हैं
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सोनीपत में श्री रामकृष्ण साधना केंद्र मुरथल में सोमवार शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन भागवत पहुंचे। यहां पर परम राष्ट्रीय संत प्रभु दत्त ब्रह्मचारी महाराज तथा संत श्रीब्रह्म प्रकाश की मूर्ति का अनावरण किया। बाद में एक सभा को भी संबोधित किया। इस दौरान काफी साधु संत यहां मौजूद रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन भागवत ने मंच से बोलते हुए साधु-संतों के विषय में कहा कि साधु संतों ने आध्यात्मिक जागृति पैदा करने का कार्य सदियों से किया है। अखंड भारत को एकता के सूत्र में बांधा है। इसमें श्रीराम और हनुमान जैस देशभक्त भी है जो देशभक्ति को लेकर कार्य कर रहे हैं। साधु संतों ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया है और वह देश के प्रति हमेशा से ही अच्छा करते रहे हैं।
इस दौरान राष्ट्रीय स्वम सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन भागवत ने राजनेताओं को भी नसीहत देते हुए कहा कि यहां विभिन्न राजनेता मौजूद हैं और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के संचालक भी उपस्थित हैं, वह भी अपने समाज के लिए कार्य करते हैं। लेकिन समाज के लिए कार्य करने के प्रति भाव होना बेहद जरूरी है। अगर वह समाज में अच्छा कार्य करेंगे तो उनका नाम भी अवश्य होता है उनको संघ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया, लेकिन पद मिलने के बाद उसके मोह में ना फंसते हुए कार्य करना बेहद जरूरी है। जैसे हनुमान जी ने सब कुछ किया, लेकिन अंत में जब पुरस्कार पाने का समय आया तो वह पंक्ति में सबसे पीछे खड़े हुए थे।