मांगों को लेकर नगर निगम में की जोरदार नारेबाजी
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर नगर निगम में दो दिवसीय कर्मिक भूख हड़ताल की गई। पहले दिन की क्रमिक भूख हड़ताल की अध्यक्षता इकाई प्रधान भारत कंडेरा व मंच संचालक इकाई सचिव राजा भाई ने किया। धरने पर उपस्थित पदाधिकारी फायर विभाग यूनियन जिला प्रधान संदीप तुर, जिला सचिव अमित दहिया, कोषाध्यक्ष विजय कुमार, नगर पालिका यूनियन के पदाधिकारी इकाई कोषाध्यक्ष दीपक बहोत, उपप्रधान कमलेश, वरिष्ठ उपप्रधान करतार सिंह, उपप्रधान विक्रम, सदस्य कांता, उपप्रधान कालीचरण, मुख्यसहलाकार भारत बहोत, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला सचिव जयभगवान दहिया, सहप्रभारी बिजेंद्र चहल, जिला के प्रधान राममेहर शर्मा ने कर्मचारियों को संबोधित किया।
भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मी नेताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जो हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड बनाया है, उसकी खामियों के बारे में कर्मचारियों को अवगत कराया। आने वाले समय में कर्मचारियों पर आने वाले संकट के बारे में भी बताया। नगरपालिका राज्य प्रेस सचिव राजीव खत्री ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ व सरकार के बीच 25 अप्रैल 17 अगस्त 2020 में जो समझौता हुआ था, सरकार ने कोई भी लिखित पत्र जारी नहीं किया।
10 मई 2022 को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता व नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के बीच में वार्ता हुई, 19 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा हुई। जिसमें से 8 मांगों पर मंत्री के साथ सहमति बनी, परंतु इन मांगों का भी कोई लिखित में पत्र जारी नहीं किया। जिससे सरकार व संघ की बीच की वार्ता विफल रही और संघ ने खुले तौर पर चुनौती स्वीकार करते हुए आगामी प्रोग्राम को पूरे प्रदेश में पूरी तैयारी के साथ प्रोग्राम शुरू करें। जिसमें 17-18 मई 2 दिन की क्रमिक भूख हड़ताल व 23-24 की दो दिवसीय टूल डाउन पेन डाउन हड़ताल की जाएगी। अगर सरकार समय रहते सभी मांगों का समाधान नहीं करती तो दो दिवसीय हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल में तब्दील हो जाएगी। जिसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। संघ मांगों को जल्द से जल्द लागू करने की अपील करता है।
संघ मांग करता है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड को बंद करना, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करके पैरोल पर करना, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन लागू करना, एनपीएस को बंद करके ओपीएस लागू करना, कोरोना काल के दौरान मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता के तौर पर पांच लाख का मुआवजा देना मृतक के परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी देना 1366 फायर के कर्मचारियों को राजस्व विभाग से वापिस शहरी स्थानीय निकाय में शामिल करना, 2258 फायर ऑपरेटरों के स्वीकृत पदों पर 1366 कर्मचारियों को समायोजित करना फायर विभाग के ठेका आधार पर लगे 222 फायर ऑपरेटर को हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड से निकाल कर विभाग के पैरोल पर किया जाए, सफाई कर्मचारी, सीवर मैन, फायर कर्मचारी इन सभी को 4 हजार जोखिम भत्ता दिया जाए। पहले दिन की भुखहडताल पर सोनीपत नगर निगम से 31 कर्मचारी भुखहड़ताल पर बैठे।