2 मशीनों की सहायता से 300 वर्ष पुराना रोड रोलर को पहुंचाया स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। 300 वर्ष पुराना भाप से चलने वाला रोड रोलर अब 2 मशीनों की सहायता से सोनीपत स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में पहुंच चुका है। उसको 2 हिस्सों में यहां लाया गया है, जो देश दुनिया से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। सोनीपत में पदेन उपायुक्त के नेतृत्व में पिछले 22 वर्षों से सोनीपत जिला की ऐतिहासिक धरोहरों को बचाने के मकसद को लेकर कार्य कर रही सोसायटी फॉर दी डेवलपमेंट एंड ब्यूटीफिकेशन ऑफ दी सोनीपत नामक संस्था अब कोट मोहल्ले पर वर्ष 2014 से संग्रहालय बनाने के लिए नगर निगम के सहयोग से कार्य कर रही है। यहां पर अब 300 वर्ष पुराना भाप से चलने वाला रोड रोलर पहुंच चुका है, जो देश दुनिया से यहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा ।
इस रोड रोलर को आईटीआई से संग्रहालय परिसर तक पहुंचाया गया। अब इस रोड रोलर को थिनर से साफ कर रंग रोगन करने के साथ इसका अलग से शेड भी बनाया जाएगा और यह फोटोग्राफी करने के लिए पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी होगा। ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के सदस्य सचिव राजेश खत्री ने बताया कि यहां पर स्थापित होने वाले इस रोड रोलर को नगर निगम के माध्यम से अंबाला से सोनीपत ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के निवेदन पर तत्कालीन उपायुक्त के मकरंद पांडुरंग दवारा मंगवाया गया था। इसे आईटीआई सोनीपत में ठीक करने के लिए खड़ा किया गया था, लेकिन वह कामयाब नहीं हुए। अब मौजूदा उपायुक्त ललित सिवाच के नेतृत्व में आयोजित ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि इसे तत्काल संग्रहालय पहुंचाया जाए और इसे स्थापित किया जाए, ताकि समय रहते संग्रहालय का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हो सके।