- बेगूसराय में सम्मेलन के तीसरे दिन वक्ताओं ने रखे अपने विचार
- सम्मेलन को विदेशी प्रतिनिधिमंडल में आए श्रीलंका के पोखरियाल उनकी पत्नी ने संबोधित किया
बेगूसराय (बिहार)। अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ संबंधित यूआईट्रेड यूनियन ऑफ इंटरनेशनल का 70वां वार्षिक प्रतिनिधि सम्मेलन बेगूसराय बिहार में 13 अप्रैल से शुरू हुआ। सम्मेलन के तीसरे दिन बैंक एम्पलाइज फेडरेशन रेलवे फेडरेशन केंद्रीय कर्मचारियों की कंफर्मेशन के नेता मुख्यतः आरएन प्रसाद, अशोक धूल, एलआईसी के नेता करण मिश्रा, राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा आदि नेताओं ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज केंद्र में बैठी मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार तमाम पब्लिक सेक्टर के विभागों को कौड़ियों के भाव बेचने पर तुली हुई है, चाहे रेलवे हो बैंक एलआईसी, कोल माइनिंग, बेल सेल, मिलिट्री की ऑर्डिनेंस कंपनियां जो भारतीय के हथियार बनाती हैं, कोयला खदान, सड़कें, एमटीएनएल, बीएसएनल, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, नेशनल गोदाम आदि पब्लिक सेक्टर की राष्ट्रीय धरोहर को 40 साल के पट्टे पर देकर अपनी तमाम जिम्मेदारियों से जन सेवाओं से पीछे हटना चाहती है।
सम्मेलन में फैसला लिया गया कि यदि केंद्र की सरकार खाली पड़े पदों को नहीं भरेगी, पुरानी पेंशन लागू नहीं करेगी, महंगाई भत्ते का 18 महीने का एरियर का भुगतान नहीं करेगी, जीपीएफ की ब्याज दर नहीं बढ़ाएगी, खाली पड़े पदों पर नई भर्ती नहीं करती है तो अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ वह केंद्रीय कर्मचारियों की फेडरेशन, रेलवे, डाक, तार, जहाज, बंदरगाह व अन्य उद्योगों के मजदूर एक संयुक्त सांझा मोर्चा बनाकर किसान आंदोलन की तर्ज पर एक बड़ा आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। जिसमें अपील की जाएगी की आम जनता भी इन संघर्षों में भाग ले, क्योंकि शिक्षा, इलाज, यातायात के साधन सरकारी संपत्ति आदि को भी निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। जिससे आम जनता को रोजमर्रा की जरूरत की चीजें महंगी ही नहीं मिलेगी, बल्कि उनकी कमी दिखा करके बाजार से गायब कर दी जाएंगी और उन चीजों के मनमर्जी के रेट तय किए जाएंगे। जिससे आम जनता पर भार पड़ेगा। सम्मेलन को विदेशी प्रतिनिधिमंडल में आए श्रीलंका के पोखरियाल उनकी पत्नी ने भी संबोधित किया।
उन्होंने आश्वासन दिया की पूरी दुनिया के स्तर पर उदारीकरण की जो नीतियां थोपी जा रही है, उनके विरोध में तमाम देशों की कर्मचारी, मजदूरों की यूनियनों को जोड़कर आंदोलन किया जाएगा जो पूरी दुनिया में एक साथ होगा। कल सम्मेलन में 16 अप्रैल 2022 को नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव भी कराया जाएगा। जिसमें हरियाणा से सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा का प्रतिनिधिमंडल जिसमें तुरंत 4 प्रतिनिधि शामिल है। इस चयन प्रक्रिया में पूर्ण रूप से हिस्सा लेगाञ मुख्य रूप से सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा, नरेश कुमार शास्त्री, धर्मवीर फोगाट, सतीश सेठी, सीलकराम मलिक, कृष्ण शर्मा, रमेश अत्री, जय भगवान दहिया, सविता मलिक, अनीता, वीरमति, रानी, संदीप सांगवान, जरनैल सिंह, जयपाल गुड्डा, शरबत पूनिया, इंदर सिंह, मुख्य रूप से शामिल रहेंगे।