माता दुर्गा माता संतोषी और मां गायत्री का अन्नादि वास करवाया
रणबीर सिंह, सोनीपत। सतकुम्भा तीर्थ के पीठाधीश्वर मंहत राजेश स्वरूप महाराज के परम सानिंध्य में सात दिवसीय सतकुम्भा उत्सव 2022 का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को मंगलकारी प्रवचनों की रसधारा प्रवाहित करते हुए महाराजश्री ने कहा कि सतकुम्भा उत्सव का तीसरा दिन है। मां भगवती की प्राण प्रतिष्ठा के लिये पूजा-अर्चना की जा रही है। माता दुर्गा माता संतोषी और मां गायत्री का अन्नादि वास करवाया गया है। उत्तराखंड से आए हुए ब्राह्मणों के द्वारा शतचंडी पाठ योगात्मक स्वरूप से आहुतियां प्रदान की जा रही हैं। दोनों समय शतचंडी पाठ एवं यज्ञ कार्यक्रम आए हुए श्रद्धालुओं प्रभु भक्तों के द्वारा किया जा रहा है।
सप्त ऋषिओं के सतकुम्भा तपोभूमि में हमेशा से यह कार्यक्रम होते रहे हैं। इससे जनता का मंगल होता है। रोगों से निजात मिलती है। युगों-युगों से इस तीर्थ का महत्व सबके साथ रहा। यहां दूरदराज से आने वाले आस्थावानों, श्रद्धालुओं, प्रभु भक्तों और भक्ति के चाहने वालों को जीवन में खुशियां मिलती हैं। उत्तराखंड से शतचंडी यज्ञ में अपनी सेवाएं देने के लिए पहुंचे हैं। हवन-यज्ञ में आचार्य शुभम सिलस्वाल, माधव डिमरी, अखिलेश सिलस्वाल, श्रीकांत रतूड़ी, शिवम कौशिक नवीन कौशिक, दीपक कौशिक, मनजीत कौशिक, जसप्रीत शर्मा आदि ने दी। मथुरा से आए व्यास पवन चतुर्वेदी ने कृष्ण लीला के दौरान गीत संगीत के साथ कार्यक्रम को प्रस्तुत कर वातावरण को भक्ति में कर दिया।