- सरकार के इन दमनकारी हथकंडों से दबने वाले नहीं : शर्मा
- सरकार हठधर्मिता को छोडकर आंगनवाडी वर्करों की मांगों का समाधान करे
- मांगें पूरी नहीं होंगी तो तेज गति से आंदोलन आगे बढ़ेगा
- अगर 21 फरवरी को मांगों पर सहमति नहीं बनी तो हडताल जारी रहेगी
- आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल ,धरना निरंतर जारी
- आशा वर्करों ने पंचायत भवन सोनीपत से उपायुक्त कार्यालय सोनीपत पर किया रोष प्रदर्शन
- उपायुक्त कार्यालय पर आंगनवाड़ी वर्करों का किया समर्थन कहा मिलकर सरकार से लड़ेंगे
- 20 फरवरी को आशा वर्करों की राज्य स्तरीय बैठक मैं आंदोलन को तेज किया जाएगा
रणबीर सिंह, सोनीपत। उपायुक्त कार्यालय धरना स्थल पर आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल प्रदर्शन लगातार जारी रही। धरने की अध्यक्षता प्रधान गीता नागर, सोना देवी ने की। जबकि संचालन सुनीता, रेखा ने संयुक्त रूप से किया। वहीं पंचायत भवन सोनीपत में आशा वर्कर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुई। सभा करने के बाद प्रदर्शन करते हुए हडताली आंगनवाडी वर्करों के धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। वक्ताओं ने हरियाणा सरकार की परियोजना वर्कर्स विरोधी नीतियों की घोर निंदा की। धरना स्थल पर आंगनवाड़ी वर्करों व आशा वर्करों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री की घोषणाएं, मुख्यमंत्री द्वारा किए गए समझौते लागू नहीं किए जाते, आंदोलन जारी रहेगा। आंगनवाड़ी वर्करों ने पांच मार्च तक हड़ताल बढाने की घोषणा की है। जरूरत पड़ी तो हडताल को अनिश्चितकालीन में बदल दिया जाएगा। 21 फरवरी को सरकार के साथ यूनियन की वार्ता है।
अगर वार्ता में आंगनवाड़ी वर्करों की मांगों पर सहमति बनती है तो हडताल समाप्त कर दी जाए। अगर मांगों पर सहमति नहीं बनी तो हडताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों की कोई नई मांग नहीं है। सरकार आंगनवाडी बहनों को टर्मिनेट करके आंदोलन का दमन कर रही है। हम सरकार को बता देना चाहते हैं कि हम सरकार के इन दमनकारी हथकंडों से दबने वाले नहीं हैं। आंगनवाड़ी वर्करों ने कहा कि सरकार से 21 फरवरी को बातचीत होनी तय है। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम धरने को जारी रखेंगे। सरकार के अड़ियल रवैये की कड़ी निंदा करते हैं। बार-बार मांग कर रहे हैं कि आगनवाड़ी कर्मियो के लिए घोषित किये गए फैसले सरकार लागू करे। सरकार हठधर्मिता को छोडकर मांगों का समाधान करे। मांगें पूरी नहीं होंगी तो तेज गति से आंदोलन आगे बढ़ेगा, क्योंकि मांग अलग से कोई नहीं है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित समझौता लागू करना चाहिए।
करनाल में भी निरंतर 1 ब्लॉक से आंगनवाड़ी वर्कर्स, हेल्पर्स, कार्यकर्ता, सहायिका पहुंच रही हैं। अगले दिन दूसरा ब्लॉक चला जाता है, पहले दिन गई हुई, आंगनवाड़ी वर्कर शाम को वापस आ जाती हैं। पंचायत भवन सोनीपत में आशा वर्कर्स सैकड़ों की संख्या में जिला प्रधान अनीता की अध्यक्षता में इकट्ठा हुई। सभा का संचालन सचिव पूनम ने किया। जिसको उपरोक्त केअलावा शिलकराम मलिक, जोगिंदर शर्मा ने भी संबोधित किया और हरियाणा सरकार की परियोजना वर्कर्स विरोधी नीतियों की घोर आलोचना की। 17 फरवरी को हरियाणा के अंदर हजारों हजार आशा वर्करों को स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री ने गिरफ्तार करवा कर, थानों में बैठा दिया था। जिस कारण तमाम वर्कर्स में भारी रोष एवं गुस्सा उत्पन्न हुआ और तमाम परियोजना वर्करों ने आंदोलन में शामिल होकर, सरकार को मुंहतोड़ जवाब दिया।
सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा एआईयूटीयूसी के राज्य सचिव हरि प्रकाश, अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा के उपाध्यक्ष श्रद्धानंद सोलंकी, भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष ब्रहम सिंह दहिया ने संबोधित करते हुए कहा कि जब तक प्रधानमंत्री की घोषणाएं, मुख्यमंत्री द्वारा किए गए समझौते लागू नहीं किए जाते, आंदोलन जारी रहेगा। क्रैच वर्कर्स पंचकूला स्थित बाल विकास विभाग डायरेक्टर कार्यालय पर 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन के लिए धरने पर बैठ गई है, करनाल में आंगनवाड़ी वर्करों का सीएम सिटी के अंदर महापड़ाव जारी है। जिसमें हर रोज एक ब्लॉक से कम से कम 100 वर्कर्स हिस्सा ले रही हैं और तमाम जिलों पर भी धरने जारी हैं। अब आर पार का संघर्ष होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि मांगे लागू होने तक आंदोलन जारी रहेगा। मुकदमों ओर छटनी से डरने वाले नहीं हैं।