- नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाकर लगाया रक्तदान शिविर
- इंसान को ही इंसान की मदद के लिए आगे आना होगा, तभी मानव जीवन बचेगा
- नेताजी सुभाष चंद्र की जयंती पर पालीवाल धमर्शाला में लगाया रक्तदान शिविर
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पराक्रम दिवस पर पालीवाल धर्मशाला में एक रक्तदान शिविर का आयोजन कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। नेता जी ने अपना सर्वस्व देश पर न्यौछावर कर दिया, वे स्वयं या परिवार के लिए नहीं अपितु देश के लिए जीये। यह हम सबका सौभाग्य है कि हम आज स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं। जनहित फाउंडेशन द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। रक्तदान शिविर में पहुंचे रक्तदाताओं ने कहा कि रक्त की कमी को रक्तदान करके ही दूर किया जा सकता है। विश्व में रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है।
उन्होंने कहा कि रक्तदान कर किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सकती है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने नारा दिया था की तू मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। जीवन में हर व्यक्ति को महादान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज रक्त की कमी के कारण दुर्घटनाओं में अनेको व्यक्ति दम तोड़ देते हैं। इसलिए अधिक से अधिक रक्तदान शिविर लगाने चाहिए। इंसान को ही इंसान की मदद के लिए आगे आना होगा, तभी मानव जीवन बचेगा। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से हमारे शरीर को तो लाभ मिलता है साथ ही समाज को भी लाभ मिलता है। नेताजी ने जो काम देश के लिए किया वह बेहद सराहनीय है। नेताजी की जयंती पर रक्तदान कर उन्हें आहुति देने का काम किया है।