- अपने किए हुए समझौते से मुकर रही है सरकार
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने धरनास्थल पर की जोरदार नारेबाजी
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी तालमेल कमेटी के नेतृत्व में उपायुक्त कार्यालय पर ऑगनबाङी कार्यकर्ता व सहायकों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर जोरदार नारे लगाते हुए धरना जारी रखा। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 5 जनवरी को करनाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की अब तक की रिकॉर्ड तोड़ रैली होने जा रही है। आठ दिसंबर 2021 से लगातार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर अपनी जायज मांगों को लेकर आंन्दोलन कर रही हैं। जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार कार्यकर्ता को 15 सौ रुपए सहायिकाओं का 750 रुपए अभी तक भी नहीं दिए गए हैं।
यह मात्र घोषणा ही हो करके रह गई है। सरकार के पोषण ट्रैकर नीति को लेकर जबरदस्त आक्रोश15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के छात्र-छात्राएं लगवायें कोरोनारोधी वैक्सीन है ज्यादातर वर्कर ऑनलाइन काम करने में अपने आप को सक्षम नहीं मानती हैं। लेकिन सरकार जबरदस्ती करने पर तुली हुई है। वक्ताओं ने कहा कि 2018 में मुख्यमंत्री से जो समझौता हुआ था। जिसमें कार्यकर्ता को वर्कर का दर्जा देने, सहायिका को अर्ध कुशल का दर्जा देने से अब सरकार मुकर रही है। सरकार ने महंगाई भत्ते की किस्त देने के बाद भी अब महंगाई भत्ता देने के संबंध में सरकार अब अपनी नीति में परिवर्तन ला रही है।
29 दिसंबर को जब मुख्यमंत्री से वार्ता हुई थी, उसमें कुछ मामूली बातों के मानने के अलावा ऐसी कोई बात नहीं थी जिससे सम्मानजनक समझौता कहा जा सके। काम का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है, इसलिए अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए 5 जनवरी 2022 को भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करनाल पहुंचेंगे और सरकार के सामनें अपनी समस्याओं की आवाज उठाएंगे। आज के इस प्रदर्शन में एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी, सीआईटीयू के राज्य सचिव आनंद शर्मा, शीलक राम मलिक, सेवानंद, सरोज दहिया, प्रताप सिंह, उषा, अनीता दहिया, सोनिया, सरला, सोना देवी, सुनीता आदि महिलाओं ने भी धरने को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी।