- ओमिक्रॉन की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये दिए दिशा-निर्देश
-विदेश से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखते हुए आईसोलेशन व जांच के दिए निर्देश
-15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों को 3 जनवरी से लगाई जाएगी कोरोनारोधी वैक्सीन
– 60 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के बुजुर्र्गों को 10 जनवरी से देंगे प्रीकॉशन डोज
-निर्देशों की अवहेलना पर होगा चालान, प्रोटोकॉल की अनुपालना न करवाने वाले संस्थानों पर भी लगायेंगेे जुर्माना
-हरियाणा को किया अलग-अलग जोन में विभाजित, सोनीपत ए-वर्ग में शामिल
-उपायुक्त ललित सिवाच ने दिया सभी निर्देशों की पूर्ण अनुपालना करवाने का भरोसा
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। कोविड-19 कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विडियो कान्फ्रे्रंसिंग के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि लापरवाही के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने विशेष रूप से विदेशों से लौटने वाले लोगों की जांच व आईसोलशन के निर्देश दिए। इस दौरान उपायुक्त ललित सिवाच ने भरोसा दिया कि सभी दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना करवाते हुए स्थिति को नियंत्रण में रखेंगे।
चंडीगढ़ से मुख्यमंत्री खट्टर ने विडियो कान्फ्रेंस के जरिये प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों के साथ कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए जरूरी निर्देश दिए। विडियो कान्फ्रेंस के उपरांत उपायुक्त ललित सिवाच ने पुलिस अधीक्षक तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक करते हुए स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए चर्चा की। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार उन्होंने जानकारी दी कि हरियाणा राज्य को अलग-अलग जोन में बांटा गया है, जिसमें सोनीपत को ए-वर्ग में शामिल किया गया है। ए-जोन के जिलों के लिए अतिरिक्त रूप से निर्देश जारी किये गये हैं।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों को 3 जनवरी से वैक्सिनेशन लगाई जाएगी, जिसके लिए सोनीपत में तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसी प्रकार 60 वर्ष आयुवर्ग से अधिक के बुजुर्गों व फ्रंटलाईन वर्कर्स तथा हैल्थवर्कर्स को 10 जनवरी से प्रीकॉशन डोज लगायेंगे, जिसकी तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहली डोज नहीं लगवाने वालों को कहीं भी आवाजाही की अनुमति नहीं देंगे। दूसरी डोज की प्रतीक्षा वालों को समयसीमा (28 दिन व 84 दिन) के अनुसार ही छूट मिलेगी। लोगों को वैक्सिनेशन की कॉपी साथ रखनी होगी अथवा अपने मोबाईल में प्रमाणपत्र दिखाना होगा। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि यदि किसी ने मास्क इत्यादि निर्देशों की अनुपालना नहीं की तो उनके चालान किये जायेंगे।
शिक्षण संस्थानों को बंद रखा जाएगा
इसी प्रकार निर्धारित प्रोटोकॉल की अनुपालना न करवाने वाले संस्थानों के विरूद्ध भी जुर्माना लगाने की कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर जांच के लिए विशेष कदम उठाये जायेंगे। शिक्षण संस्थानों को बंद रखा जाएगा और सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों के मुख्यद्वार पर जांच की व्यवस्था की जाएगी। नो मास्क-नो सर्विस के तहत की जाएगी कार्रवाई। उपायुक्त ने कहा कि अब पूर्ण सावधानी बरतने का समय है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर गठित की गई कमेटियों को भी पुन: सक्रिय होना होगा। सबके हितों के लिए निर्देशों की अनुपालना ईमानदारी से करनी होगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि दवाइयां तथा ऑक्सिजन आदि जरूरी संसाधन एवं उपकरण पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। इस ओर किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। जरूरी यह है कि निर्धारित प्रोटोकॉल की अनुपालना करते हुए सावधानी बरती जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि रात्रि कफ्र्यू की पूर्ण अनुपालना की जाए। भीड़भाड़ वाले स्थानों के औचक निरीक्षण के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है। जिला प्रशासन पूर्ण रूप से सजग व सतर्क है। मुख्यमंत्री के सभी निर्देशों को प्रभावी ढंग़ से लागू करवायेंगे। कोरोना से बचाव के लिए सोनीपत को मजबूत सुरक्षा चक्र में बांधा गया है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा और सिविल सर्जन डा. जयकिशोर और बीपीएस महिला मेडिकल कालेज के निदेशक डा. राजीव महेंद्रू आदि अधिकारी मौजूद थे।
व्यापारियों को भी बन्द के दौरान पैकेज मिलना चाहिये
जिला व्यापार मंडल सोनीपत सरकार द्वारा 5 बजे मार्किट बन्द करने के आदेश का सोमवार को दोपहर एक बजे उपायुक्त सोनीपत से मिलकर विरोध जताएंगे। सोनीपत व्यापार मंडल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पंजाब और यूपी की रैलियों में भीड़ में कोरोना नहीं आता। व्यापारी तो अपनी दुकान पर हर नियम को मानने को तैयार है, चाहे मास्क का हो, सेनिटाइजर का हो या दुकान पर 2 या तीन से ज्यादा ग्राहक इक्कठे ना होने देने का हो। फिर व्यापारी को ही क्यों बांधा जाता है।
जिला व्यापार मंडल सोनीपत का कहना है कि सोनीपत के व्यापारी पहले जाट आरक्षण, फिर कोरोना, फिर किसान आंदोलन, फिर पर्यावरण और अब फिर कोरोना। कर्मचारियों को तनख्वाह मिल जाती है, गरीब आदमी को राशन फ्री, कुछ को सब्सिडी, फिर व्यापारी को कुछ क्यों नहीं। जिला व्यापार मंडल सोनीपत की मांग है कि व्यापारियों को भी बन्द के दौरान पैकेज मिलना चाहिये। बन्द के दौरान बैंक ब्याज माफ, बिजली बिल माफ, बच्चों की फीस माफ, दुकान का किराया माफ होना चाहिए।