रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन अनिल झरोठी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों कि भावना मानते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद से ही विपक्ष बौखला गया है, क्योंकि उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के ब्यान की बीजेपी ने रणनीति के तहत तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिया है, बल्कि तीनों कृषि कानून रणनीति से नहीं किसानों की भावना का सम्मान है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा हमेशा रही है कि भारत का हर नागरिक एक अच्छा जीवन यापन करे और किसान तो देश के हर नागरिक का पेट भरने वाला अन्न उत्पादक है। प्रधानमंत्री किसानों को नाराज नहीं करना चाहते थे और कृषि कानून बनाकर किसानों की आय दोगुनी करना चाहते थे। पंरतु किसानों को विपक्ष ने अपनी राजनीतिक चमकाने के लिए लगातार भड़काने का काम किया। भाजपा हमेशा किसान व मजदूर हितेषी रही है।
इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेना ही उचित समझा, जो मांगे किसानों ने रखी उनके हित में सभी कानून वापस लेकर एक बार फिर यह दिखा दिया की भाजपा सरकार किसानों के हितों के लिए तत्पर हैं। बीजेपी चुनाव जीतने के लिए ये चाल चली है। इस फैसले से लाखों किसानों को राहत मिलेगी। इस पर हरियाणा सरकार में रहे पूर्व चैयरमैन अनिल झरोठी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्षी नेता अनाप शनाप ब्यान दे रहे हैं। कांग्रेस किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीति चमकाना चाहती थी, कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब उनकी दुकानदारी बंद हो गई है।