- कविता जैन ने कहा कि मंदिर के कार्य में सभी का सहयोग जरूरी
- पूर्व मंत्री कविता जैन ने किया श्री शिव शक्ति नारायणी माता जयंती महोत्सव का शुभारंभ
- -नारायणी माता भक्तों की हर संकट से रक्षा कर उनका करती हैं कल्याण: कविताा जैन
- -व्यस्त एवं तनाव भरे दौर में मन की शांति और उत्थान के लिए नियमित रूप से करें माता का स्मरण
- -नारायणी माता की आराधना कर भंडारे में श्रद्धालुओं संग किया प्रसाद ग्रहण
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। शिव शक्तिनारायणी माता मंदिर सेवा समिति द्वारा शनिवार को महलाना रोड पर स्थित शिव शक्ति नारायण माता मंदिर का 26वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस दौरान मंदिर समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री कविता जैन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। सैनाचार्य भारत स्वामी नरेशानन्द महाराज वरिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंदिर में महिला मंडली द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं ने नाचते-गाते हुए माहौल को ओर भी भक्तिमय बना दिया। पूर्व केबिनेट मंत्री कविता जैन ने श्री शिव शक्ति नारायणी माता जयंती समारोह का बतौर मुख्य अतिथि शुभारंभ करते हुए भक्तजनों को बधाई दी। उन्होंने माता से कामना की कि वे अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाये रखें। उन्होंने श्रद्धालुओं का भी आह्वान किया कि वे नियमित रूप से माता की आराधना कर अपने जीवन को सफल बनायें।
महलाना रोड स्थित श्री शिव शक्ति नारायणी माता मंदिर में शनिवार को जयंती समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई पूर्व मंत्री कविता जैन ने नारायणी माता की आराधना की। उन्होंने आयोजित भंडारे में श्रद्धालुओं के साथ प्रसाद भी ग्रहण किया। जयंती समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया, जिन्हें संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि नारायणी माता की कृपा से भक्तों का उद्धार होता है। इस लोक के साथ-साथ भक्तों का परलोक भी सुधरता है। इसलिए भक्तों को पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ माता का पूजन और स्मरण करना चाहिए। ऐसा करके वे अपना कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं। नारायणी माता के इस मंदिर में आने वाले भक्तों को माता रानी ने कभी निराश नहीं किया। यह बेहद प्राचीन मंदिर है जिसमें दूर-दूर से भक्तगण जयंती समारोह मेंं शिरकत करते हैं।
कविता जैन ने कहा कि आज के व्यस्त एवं तनाव भरे दौर में मन की शांति बेहद आवश्यक है, जिसके लिए भक्तों को माता का स्मरण करना चाहिए। ऐसा करने से भक्तों का उत्थान होगा। साथ ही भक्तों की सांसारिक समस्याओंं का निवारण होगा। उन्होंने कहा कि अध्यात्म के माध्यम से लोगों की हर प्रकार की समस्याओं का हल किया जा सकता है। इससे संस्कार और संस्कृति को भी बल मिलता है। यदि बच्चों में शुरुआत से ही संस्कार डाले जायेंं तो उनका भविष्य सुधर जाता है। पूर्व मंत्री कविता जैन ने इस दौरान संक्षिप्त रूप में नारायणी माता की कथा भी सुनाई। उन्होंने माता की कृपा और चमत्कार के उदाहरण भी प्रस्तुत किये, ताकि भक्तों के विश्वास को बल मिल सके। इसके अलावा उन्होंने नारायणी माता के मंदिर के रखरखाव इत्यादि के लिए भी हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस मौके पर जयंती समारोह के आयोजकों ने पूर्व मंत्री का भव्य स्वागत किया।
मंदिर के प्रधान महेन्द्र व पूर्व प्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि नारायण माता मंदिर समिति द्वारा हर वर्ष 16 अक्टूबर को मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है। मंदिर के पूर्व प्रधान ओमप्रकाश, समाजसेवी चरणदास, दिल्ली बादली से समाज के प्रमुख व्यक्ति लक्ष्मी नारायण व मंदिर के प्रधान महेन्द्र सिंह ने कहा कि नारायणी माता मंदिर में आकर मत्था टेकने से श्रद्धालु की मुराद पुरी होती है, जो भी श्रद्धालु मंदिर में आकर सच्चे मन से मां की अराधना करता है मां उसकी हर मनोकामना पूरी करती है। नारायाण माता सदा अपने श्रद्धालुओं के दुख दूर करती है। इस मौके पर ओमप्रकाश, महेन्द्र सिंह, अशोक, चरण दास, लक्ष्मी नारायण, करतार सिंह, गोवर्धन, धर्मदास, मा. सुशील कुमार, रामनिवास, महेंद्र सिंह, सतबीर सिंह, अशोक कुमार, चिरंजीलाल, रामनिवास, हरिप्रकाश, नंदनलाल सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।