- गोकुल में जो करे निवास, गोपियों संग जो रचाये रास
- यशोदा जिनकी मैय्या ऐसे हमारे कृष्ण कन्हैया।
छठी पर्व तैयारियां पूरी, कान्हा के भक्तों में उत्साह
मंदिर प्रबंधकों ने किए खास इंतजाम
56 भोग के अलावा भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। जिस प्रकार श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उसी प्रकार कृष्ण जी की छठी का महोत्सव भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। जब वासुदेव जी कृष्ण के जन्म के बाद कान्हा को गोकुल में छोड़कर आए थे, तो मैय्या यशोदा और नंद बाबा के साथ सभी गोकुलवासियों ने श्रीकृष्ण की छठी का पर्व बड़ी खुशी के साथ धूमधाम से आयोजित किया था, तभी से छठी के पर्व को सभी भक्तजन खुशी के साथ मनाते आ रहे हैं। मंदिरों के साथ-साथ घरों में भी श्रीकृष्ण की छठी मनाई जाती है।
मंदिरों में जहां पर 56 भोग व खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया जाता है। वहीं साथ ही भंडारे का आयोजन भी भक्तजन पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं और विश्वास रखते हैं कि कान्हा हमेशा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। श्रीकृष्ण की छठी को लेकर शहर के अनेकों मंदिरों को पूरी तरह से सजाया गया है। मंदिर समिति की ओर से छठी पर्व को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। छठी पर्व को लेकर शिव नगर के गोपाल कीर्तन मंडल समिति व नारायणी माता मंदिर समिति के आयोजकों ने सरकार की गाइड लाइन के अनुसार छठी उत्सव मनाने की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
प्यार है सच्चा, तो भरोसा भी पक्का ही रखो,
बढ़ने दो उम्र को दिल को हमेशा बच्चा ही रखो।। राधे-राधे