41 वर्षों से लगातार जोत महोत्सव का आयोजन कर रहा है श्री महावीर दल
हरिद्वार के श्री माया देवी मंदिर से शुरू होती है शोभा यात्रा शुरू
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। शहर की प्रमुख धार्मिक संस्था श्री महावीर दल के तत्वावधान में 15 अगस्त को हरिद्वार के श्री माया देवी मंदिर में सोनीपत जोत महोत्सव को लेकर यज्ञ आयोजित किया। यज्ञ में स्वामी दयानंद सरस्वती ने प्रवचन करके आर्शीवाद दिया। जोत महोत्सव के दौरान धार्मिक यज्ञ का मुख्य उद्देश्य वरूण देवता एवं गंगा मैया की अराधना करना है। महावीर दल के प्रधान राजकुमार मदान बताते हैं कि जोत महोत्सव का आयोजन पिछले 41 वर्षों से लगातार किया जा रहा है और इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल होते है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण प्रशासन द्वारा जोत महोत्सव में सीमित लोगों को शामिल होने की इजाजत दी थी।
उन्होंने बताया कि 15 अगस्त के दिन हरिद्वार में जोत महोत्सव शोभा यात्रा निकाली गई। प्रधान के अनुसार भारत में अनेक नदियां बहती है जो वर्षा ऋतु में अपने योवन पर होती है। जल देवता प्रसन्न रहे, इसी ध्येय से सावन माह में जल देवता की पूजा करने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष काफी समय से पाकिस्तान में बसे हिन्दू पैदल चलकर समाज के भाईचारे एवं शांति की कामना को लेकर हरिद्वार में गंगा में ज्योति प्रवाहित करने आते थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण कार्यक्रम बहुत ही सीमित हुआ है। प्रधान राजकुमार मदान ने बताया कि जोत महोत्सव की शोभा यात्रा माया देवी मंदिर से प्रारंभ होकर विभिन्न स्थानों से होती हुई हरकी पौढी पहुंची। भक्तजनों ने मां गंगा जी को दुग्धाभिषेक करने के साथ-साथ पूजा अर्चना की और जोत गंगा मैया को अर्पित की।
यज्ञ में सामूहिक रूप से बीआर आहूजा, देवी से राजकुमार जैन, जितेन्द्र बजाज, मुकेश मलहोत्रा, सोहनलाल बत्रा, बलजीत शर्मा, नरेन्द्र भुटानी, सतीश हमीजा यजमान रहे। राज कुमार अरोडा, रोहित आहूजा, योगेश तनेजा ने सेवा कार्य किया। जोत महोत्सव श्री माया देवी मन्दिर जूना अखाडा के प्रांगण से ढोल नगाड़ों के साथ शोभा यात्रा का निकाली गई। शोभा यात्रा को नेतृत्व प्रधान राज कुमार मदान, सोहनलाल बतरा, सतीश चोपड़ा व निखिल मदान ने किया। मां गंगा के पावन घाट पर मां गंगा आरती की विशेष रूप से सतीश चोपडा, रोहित आहूजा, नरेन्द्र भुटानी, योगेश तनेजा, युगल कटारिया, गौरव, सोहन बत्रा, बलजीत शर्मा, राजेन्द्र चांदना, जवाहर चांदना, रमेश बजाज इत्यादि उपस्थित रहे। हरिद्वार के सुप्रसिद्ध समाजसेवी जगदीश पाहवा ने पगडी व अंगवस्त्र पहना कर सभी भक्तजनों का सम्मान किया। गंगा आरती के उपरान्त सभी भक्तजनों ने मिलकर जोत मां गंगा को सश्रद्धा समर्पित कर प्रसाद ग्रहण किया।