मास्क चालान गबन मामला : पुलिस द्वारा आरटीआई से रिकार्ड उपलब्ध नही करवाने पर ‘आप’ ने फूंका अनिल विज का पुतला
राजेन्द्र कुमार, सिरसा । सिरसा के पुलिस विभाग द्वारा मास्क चालान राशि में कथित गड़बड़ी का मामला आम आदमी पार्टी लगातार उठा रही है, लेकिन तीन माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद मामले की जांच नहीं होने और आरटीआई रिकार्ड उपलब्ध न करवाने के विरोध में आम आदमी पार्टी की जिला कार्यकारिणी ने आज सुभाष चौक पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का पुतला फूंका। इससे पूर्व आप कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्थानीय टाऊन पार्क में एकत्रित हुए तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करके हुए सुभाष चौक पहुंचे और प्रदर्शन किया।
इस दौरान आम आदमी पार्टी के पश्चिमी हरियाणा जोन प्रवक्ता कृष्ण वर्मा, जिलाध्यक्ष विरेन्द्र कुमार, ऐलनाबाद हल्का अध्यक्ष गोबिन्द कम्बोज, सिरसा हल्का अध्यक्ष हंसराज सामा, डबवाली हल्का अध्यक्ष कुलदीप सिंह, कालांवाली हल्का अध्यक्ष दर्शन सिंह, जिला महासचिव ताराचन्द फौजी, महिला जोन अध्यक्ष दर्शन कौर, जिला संगठन मंत्री देवेन्द्र कौर, हल्का महिला अध्यक्ष स्वर्ण कौर मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान बोलते हुए जिलाध्यक्ष विरेन्द्र कुमार ने कहा कि जिला सिरसा में मास्क चालान के नाम पर पुलिस विभाग ने बड़ी राशि एकत्रित की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोरोना महामारी के दौरान बाईक सवार, दुकानदारों व राहगीरों से मास्क के जबरदस्ती चालान काटे और आम आदमी पार्टी ने इसमें कथित गबन की जांच को मांग को लेकर बीती 1 जून को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया था, लेकिन जांच नहीं हुई तो 11 जून को एक दिन का संकेतिक धरना देकर इस मांग को फिर उठाया था।
उन्होंने कहा कि गबन मामले की ज्ञापन, धरना-प्रदर्शन के बाद भी न्यायिक जांच नहीं होने पर आम आदमी पार्टी द्वारा आरटीआई के माध्यम से सिरसा पुलिस से 1 मार्च 2020 से लेकर आवेदन तक पुलिस द्धारा जिला सिरसा में मास्क चालान से एकत्रित कुल राशि व अलग-अलग लोकेशनों व काटे गये कुल चालानों का रिकार्ड मांगा गया था, ताकि इस घोटाले के तथ्यों को जनता के सामने रखा जा सके, परन्तु पुलिस विभाग द्वारा आरटीआई अधिनियम के अन्तर्गत निर्धारित समय सीमा बीत जाने बाद भी मास्क चालान से सम्बन्धित रिकार्ड उपलब्ध नहीं करवाया गया। जिस प्रकार प्रशासन द्वारा छापी गई रसीद बुकों और काटी गई रसीद बुकों को गायब किया गया है और अब आरटीआई से रिकार्ड नहीं दिया जा रहा है, उससे साफ हो रहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा मास्क चालान के रूप में कई सौ करोड़ रूपये एकत्रित करके गबन को अंजाम दिया गया है।