सांपला, महेश कौशिक। सावन का महीना मस्ती, प्रेम और उत्साह का महीना माना जाता है। तीज का त्यौहार प्रदेश में बहुत जोश और उमंग के साथ मनाया जाता रहा है, लेकिन कुछ समय से हमारे त्यौहारों की रौनक कुछ फीकी पड़ती जा रही है, लेकिन हमें आने वाली नस्लों को हमारे परंपरागत त्यौहारों की गरिमा से अवगत करवाना पड़ेगा। हरियाली तीज मुख्यतः महिलाओं का त्यौहार है, जो सावन मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। सावन का महीना खुशहाली का प्रतीक है। सावन में हर वस्तु नवरूप को प्राप्त होती है।
इस समय धरती पर चारों ओर हरियाली छा जाती है। यह बात आज सापंला खंड के गांव में प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित तीज मेले में बतौर मुख्य अतिथी पहुंची सांपला एसडीएम श्वेता सुहाग ने कही। उन्होंनें तीज मेले में पहुंचीं गांव की महिला और ब्लाक के सभी स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज समय की मांग है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से समपन्न होना जरूरी है, जो महिला स्वयं आर्थिक रूप से समपन्न नहीं होगी वो समाज और परिवार के लिए कभी अच्छा नहीं कर पायेगी। बदलते परिवेश को लेकर उन्होंनें कहा कि जिस प्रकार लड़की के घर से बाहर जाने पर जिस प्रकार की विचार धारा है, उसी प्रकार लड़कों पर भी ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंनें कहा कि तीज त्यौहार हमे सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ाते हैं। बिना उत्सव के जीवन का क्या महत्व है। सरकार की इस मुहिम में स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाओं ने अपने द्वारा निर्मित माल की स्टाल भी लगाई गई थी।
कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी सुमित बेनीवाल ने कहा कि तीज हमारे जीवन में हरित क्रांति का प्रतीक है, हरियाणा साहित्य के रचनाकारों ने बहुत से गीत रागनी सावन और तीज के संदर्भ में बनाये है। सावन की धुनें आज भी लोगों के दिलों में बसती है। कार्यक्रम में पहुचें सभी अधिकारियों का गांव की सरंपच मीना देवी द्वारा शॉल भेंटकर सम्मान किया गया। तीज मेले में गांव की महिलाओं ने खीर पुड़ों का सभी का भोजन भी तैयार किया। इस अवसर पर एसडीएम श्वेता सुहाग ने सभी महिलाओं का तुलसी का पौधा देकर सम्मान किया। एसडीएम श्वेता को ग्रामीण महिला एक अधिकारी ना मानकर अपनी बेटी के रूप में मानकर उनसे बात कर रही थी। इस अवसर सुशील कौशिक, अशोक कौशिक, बेदप्रकाश, रिशीपाल पहलवान, जितेंद्र ठेकेदार, मामनचंद, ग्राम सचिव महेश दतौड, राजसिंह, पुष्पा देवी, रितु कौशिक आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।