कुरुक्षेत्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का स्थाई कार्यालय खोलने का भी प्रस्ताव, सांसद नायब सिंह सैनी ने दोनों प्रोजैक्ट स्थापित करने के लिए केन्द्रीय मंत्री विरेन्द्र कुमार को सौंपा मांगपत्र
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में लोगों को नशे के सेवन से बचाने के लिए एक नए नशा मुक्ति केन्द्र को स्थापित करने की निहायत जरुरत है। इस नए नशा मुक्ति केन्द्र में नशा से मुक्त होने से सम्बन्धित काउंसलिंग और उच्चस्तीय उपचार की भी व्यवस्था होनी चाहिए। सांसद नायब सिंह सैनी वीरवार को कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से सम्बन्धित मांगों को लेकर दिल्ली में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री विरेन्द्र कुमार से मिले।
सांसद ने केन्द्रीय मंत्री विरेन्द्र कुमार को मांगपत्र सौंपते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों के हित में लगातार कार्य किए जा रहे है, जिससे दिव्यांगजनों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है और दिव्यांगजनों का जीवन भी सहज हुआ है। सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के कारण दिव्यांगजनों में आत्मनिर्भरता बढ़ी है। इस कार्य के लिए पूरा मंत्रालय बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा अन्य कई कार्य किए जा सकते है, जिससे सरकार लोगों को ओर अधिक मदद पहुंचा सके।
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा कुरुक्षेत्र में एक स्थाई कार्यालय खोला जाना चाहिए। जहां दिव्यांगजनों को उनकी जरुरत के अनुसार सहायक उपकरण उपलब्ध करवाएं जा सके। इससे दिव्यांगजनों को जरुरत और समय के अनुसार सहायक उपकरण उपलब्ध हो सके। सांसद ने केन्द्रीय मंत्री से मांग करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में एक नशा मुक्ति केन्द्र का खोला जाना भी अति आवश्यक है। नशा मुक्त समाज एक सशक्त राष्टï्र के निर्माण में अच्छी भूमिका निभा सकता है। इसी विषय को जहन में रखते हुए कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में एक नया नशामुक्ति केन्द्र खोला जाए। इस केन्द्र में लोगों को नशा से मुक्त होने से सम्बन्धित काउसङ्क्षलग व उपचार की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इन दोनों प्रोजैक्टस पर अपनी मोहर लगा देती है तो निश्चित ही समाज को नशा मुक्त बनाने में एक बड़ा कदम बढ़ाया जा सकता है।