- शहर में जलनिकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं होने से सडकें बनी तालाब
- शहर में जलनिवासी के पुख्ता प्रबंध नहीं होने से आमजन परेशान
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सावन के पहले सप्ताह में मंगलवार देर रात शुरू हुई बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं शहर के निचले हिस्सों में बरसात का पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बुधवार को जमकर हुई बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत प्रदान की। वहीं दूसरी ओर बिजजी की आंख मिचौली ने लोग काफी परेशान कर दिया। कई इलाकों में तो बिजली की कभी तेज वोल्टेज व तो कम वोल्टेज ने आने से लोगों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ी। शहर के नीचले इलाकों में पानी भर जाने से रोड़ तालाब में तब्दील हो गए।
शहर के ककरोई चौक, गीता भवन चौक, पुरखास अड्डा चौक, ओल्ड डीसी रोड, सेक्टर 14-15 रोड सहित कई अन्य जगहों पर पानी भर गया। शहर में जलनिकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं होने से थोड़ी सी बारिश में ही शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। बारिश से पहले जिला प्रशासन जल निकासी के बड़े-बड़े दावा करता है, लेकिन पहली बारिश ही प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख देती है। ककरोई चौक के पास गोहाना रोड पर ज्यादा पानी भर जाने से कई दुकानों में बरसात का पानी अंदर घुस गया। जिससे दुकान में रखा सामान पानी में डूबने से खराब हो गया। गोहाना रोड की हालात तो ऐसी दिखाई दे रही थी, मानों कहीं की नदी बह रही हो।
जमकर हुई बरसात के कारण चार पहिया व दो पहिया वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर बरसात के कारण पुराने रोहतक स्थित गोहाना, शिव नगर सहित कई कालोनियों में सुबह से ही बिजली की आंख मिचौली चलती रही। मंगलवार रात से ही कभी कम वोल्टेज तो कभी ज्यादा वोल्टेज आती रही। जिससे क्षेत्रवासी को कई प्रकार की परेशानी झेलनी पड़ी। तेज बारिश होने से एक बार तो शहर की सड़कें तालाबों में तब्दील हो गई थी। जिला व्यापार मंडल के प्रधान संजय सिंगला ने सरकार से दुकानदारों के नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।