बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाओ

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाओ

रणबीर सिंह, सोनीपत। सारथी जन सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट सोनीपत द्वारा हॉकी एकेडमी ग्राउंड, इंडस्ट्रियल एरिया सोनीपत में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में इस साल के थीम मेरी आवाज, हमारा समान भविष्य विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस डा. सुमन मंजरी ने शिरकत की व कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय महिला हॉकी की पूर्व कप्तान प्रीतम सिवाच ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. सुमन मंजरी ने  हाकी एकेडमी की बालिका खिलाडिय़ों को बालिका दिवस के मुख्य विषय मेरी आवाज़, मेरा समान भविष्य पर संबोधित करते हुए कहा कि आज लडकियां हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहीं हैं। वह अपनी आवाज भी उठा रही है, इससे समाज की सोच भी बदल रही है। पढ़ाई के साथ खेलों में लड़कियों की हिस्सेदारी व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां यह दर्शा रहा है। खेल अनुशासन, मर्यादा के साथ शारीरिक व मानसिक मजबूती प्रदान करते हैं व उसको अपनी मंजिल की ओर अग्रसर करते हैं। जैसे खिलाड़ी खेल में अन्य खिलाडिय़ों को मात देते हुए टीम के सहयोग से गोल करके अपनी मंजिल को पाता है। खेल बेटियों को सशक्त, निडर व स्वस्थ बनाता है।

इस अवसर पर सारथी ट्रस्ट की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एम्बेसडर प्रीतम सिवाच एवम ट्रस्ट के संस्थापक चेयरमैन सतपाल सिंह अहलावत ने बेटियों को संकल्प दिलाया कि हम सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण करेंगे। जिसमे लिंग आधारित भेदभाव नही होगा। हम नए भारत की बेटियां अपने देश का नाम पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर चमकाएंगी। सतपाल सिंह अहलावत ने बताया कि लड़कियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और लैंगिक समानता को सुदृढ़ करने के लिए हर साल 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। अहलावत ने कहा कि हमारा देश तभी विकसित होगा जब हमारी बेटियां पढ़ेगी लिखेगी, खेलेंगी। बेटी बढ़ेगी तो देश बढेगा। इस अवसर पर सारथी ट्रस्ट की और से प्रीतम सिवाच को सम्मानित किया व अकेडमी की बालिका खिलाडिय़ों को फल वितरित कर उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में संरक्षक किरण बाला, संयोजक अनिल जैन एडवोकेट, कृष्ण वत्स, उपाध्यक्ष इंजीनियर विनोद जांगडा, डॉ सुनील वर्मा, प्रेम सिंह दहिया, एडवोकेट अरविंद, संजय सिवाच के अलावा बालिका हॉकी खिलाडिय़ों के माता पिता भी उपस्थित रहे।

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